भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग अभियान प्रारंभ किया है. रविवार, २ मई को सुबह ८ बजे से ११ बजे तक आकृति ग्रीन में डॉक्टर्स की टीम के साथ स्वयंसेवकों ने रहवासियों, चौकीदारों एवं कामकाजी महिलाओं की स्क्रीनिंग और कोरोना का रैपिड टेस्ट में सहयोग किया. रैपिड टेस्ट में तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिन्हें डॉक्टर ने आवश्यक परामर्श दिया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भोपाल विभाग के संघचालक डॉ. राजेश सेठी ने बताया कि इस समय देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है. ऐसी परिस्थिति में समाज को अपना उत्तरदायित्व निभाना चाहिए. हमने अपने स्वयंसेवकों को स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग का प्रशिक्षण दिलाया है. स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के बाद लोगों को सलाह दी जा रही है कि उन्हें घर पर ही एकांत में रहना है या समाज द्वारा संचालित किसी क्वारेंटाइन सेंटर में या फिर उन्हें अस्पताल जाने की आवश्यकता है. स्वयंसेवक अभी उन क्षेत्रों में स्क्रीनिंग और टेस्टिंग का काम करेंगे, जहाँ संक्रमण अधिक नहीं फैला है. यह इसलिए ताकि वहाँ संक्रमितों की पहचान करके, कोरोना संक्रमण को और अधिक फैलने से रोका जा सके. डॉ. सेठी ने बताया कि भोपाल में कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में संघ को समाज का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है. भोपाल विभाग में रविवार से स्वयंसेवकों ने स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग का कार्य प्रारंभ किया है. पहले दिन आकृति ग्रीन में स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग की गई. पहले दिन हमीदिया अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. माधव बंसल एवं उनकी टीम का सहयोग हमें प्राप्त हुआ. उन्होंने संघ के स्वयंसेवकों को ऑक्सीजन और पल्स की रीडिंग लेने के साथ ही रैपिड टेस्ट के लिए सैम्पलिंग का प्रशिक्षण भी दिया.
इस दौरान भोपाल विभाग के सह-बौद्धिक प्रमुख नीरज पाण्डेय ने बताया कि भोपाल में संघ की ओर से अनेक प्रकार के सेवा एवं सहायता कार्यों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें क्वारेंटाइन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर, हेल्पलाइन सेंटर, प्लाज्मा एवं रक्त दान और भोजन वितरण के कार्य शामिल हैं. संघ के स्वयंसेवक प्रशासन को भी सहयोग कर रहे हैं. अस्पतालों में भी मरीजों एवं उनके परिजनों को विभिन्न प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है. इस दौरान संघ के स्वयंसेवकों ने लाउडस्पीकर के माध्यम से रहवासियों को जागरूक भी किया. स्क्रीनिंग और टेस्टिंग में कॉलोनी के रहवासियों ने आगे आकर संघ के कार्यकर्ताओं का सहयोग किया.