रांची. झारखंड में प्रथम नागरिक महामहिम राज्यपाल द्रौपदी मुरमू द्वारा निधि समर्पण से निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ हुआ.
प्रातः 11:00 बजे राजभवन स्थित राज्यपाल महोदय के आवास में अभियान टोली के सदस्यों ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण हेतु राज्यपाल महोदया से समर्पण निधि प्राप्त की. इस अवसर पर राज्यपाल महोदया ने कहा कि भगवान श्रीराम हम सभी के आराध्य हैं. उनका जीवन अतुलनीय है. उनका जीवन समस्त मानवों में सद्भाव की प्रेरणा जगाता है. ऐसे आराध्य देव के मंदिर निर्माण में सहयोग कर हम अपने आप को भाग्यशाली समझ रहे हैं. भगवान श्रीराम 14 वर्षों के वनवास के दौरान वनों और कंदराओं में रहे, वनवासी बंधुओं के साथ आत्मीय संबंध स्थापित किए. झारखंड में भी सभी लोग इस महाअभियान में सहयोग करेंगे, ऐसा उन्होंने शुभकामनाएं दीं.
विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि यह मात्र एक मंदिर नहीं, बल्कि हिन्दू समाज के पिछले एक हजार वर्षों के तिरस्कार, उपेक्षा व गुलामी का परिमार्जन कर संपूर्ण देश को भारतीय संस्कृति व स्वाभिमान से जोड़ने का अभियान है. 110 करोड़ हिन्दुओं को लगना चाहिए कि यह उनका मंदिर है. इसके लिए उन सभी का इसमें समर्पण आवश्यक है. यह हम सब की जिम्मेदारी है कि इस पुण्य रामकाज से कोई वंचित ना रहने पाए.
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान झारखंड प्रांत के अभियान प्रमुख डॉ. वीरेंद्र साहू ने कहा कि पूरे प्रांत में अभियान का शुभारंभ किया गया. अभियान को लेकर हर आवश्यक तैयारी कर ली गई है. भक्तजनों में राम मंदिर निर्माण को लेकर काफी उत्साह है. प्रत्येक गांव में आज यह अभियान प्रारंभ हो गया है. अभियान के निमित्त कार्यकर्ता सभी के घर जाएंगे. और भगवान राम का प्रतीक स्वरूप कूपन देते हुए समर्पण राशि ग्रहण कर रहे हैं.
राज्यपाल से मिलने वाले अभियान टोली के प्रतिनिधिमंडल में विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही जी, झारखंड प्रान्त अभियान प्रमुख व विहिप के प्रांत मंत्री डॉ. वीरेंद्र साहू, सह प्रमुख व संघ के सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल, विहिप के क्षेत्रीय अध्यक्ष रामस्वरूप रुंगटा, क्षेत्र मंत्री वीरेंद्र विमल, वनवासी कल्याण केंद्र के प्रांत संगठन मंत्री सत्येंद्र सिंह, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नाथू गाड़ी, भारतीय किसान संघ के प्रशांत, अभियान कार्यालय सह प्रमुख अमर प्रसाद शामिल थे.