करंट टॉपिक्स

गगनेजा जी स्थिति में हो रहा सुधार, पांच चिकित्सकों की टीम कर रही निगरानी

जालंधर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पंजाब प्रांत के सह संघचालक ब्रिगेडियर (से.नि.) जगदीश गगनेजा जी को शनिवार शाम दो अज्ञात लोगों ने गोली मार दी....

राज्य सरकारें असामाजिक तत्वों पर उचित कार्रवाई करें – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गौरक्षा के नाम पर कानून हाथ में लेकर एवं हिंसा फैलाकर समाज का सौहार्द दूषित करने...

परस्पर सौहार्द एवं विश्वास का वातावरण बिगाड़ने वाले तत्वों से सावधान रहें – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

नई दिल्ली. वर्तमान समय में देश के विभिन्न स्थानों पर अनुसूचित जाति के बंधुओं पर अत्याचार एवं उत्पीड़न की हो रही घटनाओं की राष्ट्रीय स्वयंसेवक...

सरस्वती नदी की खोज भारत को समृद्ध करेगी – हरिभाऊ वझे जी

मुंबई (विसंकें). इतिहास संकलन योजना के केंद्रीय मार्गदर्शन हरिभाऊ वझे जी ने कहा कि सरस्वती नदी की खोज भारत को गौरवशाली सांस्कृतिक वैभव तथा जल...

प्रलोभन या अन्य तरीके से धर्म परिवर्तन मानवाधिकार का उल्लंघन – डॉ. मोहन भागवत जी

लंदन. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि हिन्दुत्व कोई सम्प्रदाय नहीं, वरन एक जीवन पद्धति है. हिन्दुत्व एक ऐसी...

एकात्मता तथा सामाजिक समरसता ही हिन्दू समाज का प्राण है – सामाजिक सद्भाव सम्मेलन, गुजरात

गुजरात (विसंकें). सामाजिक समरसता मंच, गुजरात ने बुधवार 03 अगस्त को सामाजिक अग्रणियों तथा संतों-महंतों की उपस्थिति में “ सामाजिक सद्भाव सम्मेलन “ का ऊना,...

आगरा में प्रबुद्ध नागरिक गोष्ठी का आयोजन

आगरा. आज हमारे देश में कुछ विधर्मी शक्तियां विभिन्न प्रकार के छल प्रपंचों का सहारा लेकर भारत की प्राचीनता, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को खण्डित...

समस्त संस्कृतियों के आदर से समृद्ध होगा विश्व – डॉ. मोहन भागवत जी

लंदन. हिन्दू स्वयंसेवक संघ-यूके की ओर से आयोजित तीन दिवसीय संस्कृति महाशिविर-2016 का रविवार देर शाम समापन हो गया. संस्कृति महाशिविर के समारोप कार्यक्रम में...

गुरूग्राम जाम में स्वयंसेवकों के कार्य की संकलित जानकारी

RSS in action गुरूग्राम में सेवा कार्य लगभग 200 कार्यकर्ता अलग अलग स्थानों पर टोली बनाकर कार्य में लगे लगभग 6000 बिस्कुट के पैकेट व...

भारत माता की जय

शायद ही दुनिया में ऐसा कोई देश हो जिसके स्वाधीनता के सत्तर साल पश्चात् देश की जय-जयकार के सामने सवालिया निशान लगता हो. शायद ही...