इन्दिरापुरम, गाजियाबाद.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हरनंदी महानगर द्वारा बाल ओलंपिक कार्यक्रम, रविवार 15 सितंबर को आयोजित किया गया. कार्यक्रम ओलंपिक से प्रेरित रहा. बच्चे ओलंपिक के बारे में जानें और जागरूक हों, इस विचार से यह कार्यक्रम आरंभ हुआ. कार्यक्रम में महानगर की सभी शाखाओं से सहभागिता रही. कार्यक्रम की योजना एक माह पूर्व बनी और उसी समय से शाखाओं पर अपने-अपने रुचि अनुसार खेलने का अभ्यास आरंभ कर दिया था. बाल ओलंपिक में कबड्डी, लंबी कूद, विभिन्न प्रकार के दौड़- लंबी दौड़, बोरा दौड़, जोड़ा दौड़, रिले दौड़, मैराथन, भाला फेंक, लक्ष्य भेद, रस्साकसी व बैडमिंटन सहित 13 प्रकार की खेल प्रतियोगिताएं रहीं.
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रांत कार्यवाह शिवकुमार जी ने कहा कि यह ओलंपिक का बाल स्वरूप है और बच्चों को ओलंपिक का ही अनुभव होगा. शाखा में जाने वाले बालक अधिक अनुशासित होते हैं और प्रतिदिन शाखा के खेलों के माध्यम से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ती है. प्रतिदिन शाखा में अनेक प्रकार के खेलों से दृश्य और सुंदर लगता है. आज वही सुंदर दृश्य बाल ओलंपिक में भी देखने को मिला है. भगवान राम ने भी खेलों के माध्यम से बहुत कुछ सीखा था. छोटे-छोटे खेलों के माध्यम से ही हम यह भी सीख लेते हैं कि हार में ही जीत छिपी होती है. संघ की शाखा में भी जब कोई जीतता है तो सभी कहते हैं – “कौन जीता, संघ जीता”. इस भावना से सभी जीतते हैं.
कार्यक्रम में 1737 स्वयंसेवकों ने सहभागिता की, व्यवस्था और अन्य कार्यों में 600 स्वयंसेवक रहे.
बाल हैं गोपाल हैं भारत मां के लाल हैं।