करंट टॉपिक्स

#ChineseVirus के खिलाफ जंग में आमजन के साथ सुरक्षा बलों के जवान भी डटे

Spread the love

सेना ने शुरू किया ऑपरेशन नमस्ते, मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किए

अर्धसैनिक बलों के जवानों ने 116 करोड़ रुपये पीएम-केयर्स में दान दिये

जरूरतमंदों की सहायता के साथ ही जागरूकता अभियान भी चला रहे

कृष्ण मुरारी

शिमला. देश की सीमाओं की सुरक्षा के साथ ही सेना ने कोविड-19 (#ChineseVirus) के कारण उत्पन्न विकट परिस्थिति में जरूरतमंदों के सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया है. सीमाओं की रक्षा करते हुए सेना व सुरक्षा बलों के जवान कोरोना के खिलाफ जंग में समाज के साथ डटे हैं. भारतीय सेना ने महामारी से लड़के लिए ऑपरेशन नमस्ते शुरू किया है. हमारे जवान सरकार व प्रशासन का भी सहयोग कर रहे हैं. सेना ने देश भर में कोराना वायरस प्रभावित लोगों के इलाज के लिए आठ क्वारंटाइन केंद्र स्थापित किए हैं. सेना स्वयं रोगी के घर पहुंचकर उसे इन केंद्रों तक पहुंचा रही है, साथ ही नागरिकों के लिए जरूरत के सामान व सुविधाओं आदि को उनके घर पर उफलब्ध करवा रही है. जवानों, चिकित्सकों व अन्य स्टाफ को कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में तैनात कर कार्य सौंपा जा रहा है. इतना ही नहीं अर्धसैनिक बलों के जवानों ने 116 करोड़ रुपए की राशि पीएम-केयर्स में दान दी, राशि का चेक बलों के प्रमुखों ने गृहमंत्री को सौंपा.

दुर्गम लेह-लद्दाख स्थित बौद्ध मठों में रहने वाले सैकड़ों भिक्षुओं और लोगों को राशन की आपूर्ति सेना के जिम्मे सौंपी गई है. जम्मू और कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में सेना के जवान रिलीफ पैकेज पहुंचा रहे हैं. जम्मू के नगरोटा बाईपास में कश्मीर के प्रवासी लोगों के लिए टेंट लगा कर रहने और उन्हें भोजन व अन्य प्रकार की जरूरत का सामान मुहैया करवा रही है. कश्मीर के प्लाई और क्रिकेट बैट उद्योग से जुड़े कारीगरों और मजदूरों को राशन, सेनेटाइजर और मास्क उपलब्ध करवाए हैं. इसी तरह हंदवाड़ा मार्केट के बंद होने के चलते वहां बेरोजगार हुए मजदूरों को राशन का आवंटन भी सेना ही कर रही है.

आंतकवाद प्रभावित जम्मू-कश्मीर के बच्चे और युवाओं की शिक्षा लॉकडाउन से प्रभावित न हो उसका भी प्रबंध किया है, एक्सट्रा मार्क्स मोबाइल एप का सबक्रिप्शन लिया है. इसके माध्यम से गुडविल स्कूल के हजारों बच्चे घर में रहकर भी सीधे अपने अध्यापकों से विषय समझ सकते हैं. विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.

सेना की नॉर्दन कमांड द्वारा लेह, कारू, कमबाथंग, पारतापुर, कुपवाडा, बारामुल्ला, शलाटंग, श्रीनगर, आवंतीपूरा, राजौरी, अखनुर, नगरोटा रैासी, नरीआन, पलमा, बटोते और उधमपुर सहित 70 स्थानों पर हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है.

केंद्र शासित प्रदेश हों या फिर नक्सल और आतंकवाद प्रभावित राज्य, यहां तैनात सीआरपीएफ के जवान आमजन को न केवल कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बारे जागरूक कर रहे हैं, बल्कि लोगों की जरूरतों को देखते हुए विभिन्न संगठनों व सरकारी मदद से लोगों को राशन, दवा न अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करवा रहे हैं. सीआरपीएफ की 24वीं बटालियन ने एनएच44 में लोगों को खानी व पानी उपलब्ध करवाया, अनंतनाग में कोरोना वायरस से बचाव के लिए सैकड़ों दुकानों को सेनाटाइज किया. सीआरपीएपफ ने जम्मू और कश्मीर में मददगार अभियान के तहत हैल्पलाइन नम्बर 14411 जारी किया है. इस नम्बर पर लोगों सप्ताह के 24 घंटे फोन कर अपनी समस्या और जरूरत के बारे जानकारी दे सकते हैं, जिसके तुरंत बाद लोगों की मदद की जाती है. जम्मू सेक्टर के चन्नी हिम्मत क्षेत्र में वी2 केयर एचएसडब्ल्यू फाउंडेशन के माध्यम से सीआरपीएफ जवान प्रतिदिन 150 परिवारों को निःशुल्क राशन और दवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं.

दिल्ली से जब प्रवासी मजदूरों ने पैदल ही घर ओर रुख किया तो भूख और प्यास से बेहाल मजदूरों को सीआरपीएफ के जवानों ने भोजन व पानी उपलब्ध करवाया. नक्सली गतिविधियों का बड़ा केंद्र माने जाने वाले अहरी और गढचिरौली में भी अर्धसैनिक बल की 37वीं वाहनी के जवान कोविड-19 से लोगों को बचाने के लिए निरंतर सेनेटाइजेशन की मुहिम चलाए हुए हैं.

कोरोना प्रभावित देशों से वापिस लाए गए भारतीय नागरिकों को सेना अर्धसैनिक बलों के केंद्रों में रखा जा रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *