प्रयागराज. जुल्फिकार अली ने वर्दी का रौब दिखाते हुए अस्पताल में बवाल किया तथा वहां उपस्थित जूनियर डॉक्टर को पीट दिया. मारपीट में डॉक्टर का सिर फट गया. जुल्फिकार पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है. उसने कोरोना संक्रमित मां को वार्ड में भर्ती करने को लेकर बवाल किया. कोरोना संक्रमित होने के बावजूद इंस्पेक्टर अपनी मां का इलाज अलग वार्ड में कराना चाहता था. मामला प्रयागराज के एक मेडिकल कॉलेज का है.
घटना के विरोध में जूनियर डाक्टरों ने मरीजों का इलाज रोक दिया और विरोध प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग करने लगे. घटना से गुस्साए डाक्टरों व अस्पताल कर्मचारियों ने बदले में मरीजों का उपचार भी रोक दिया. मरीजों का उपचार रूक जाने से वहां अफरा तफरी मच गयी. अन्य मरीजों के परिजन भी हंगामा करने लगे.
मेडिकल कॉलेज में बवाल की खबर सुनकर आला अफसरों में भी खलबली मच गयी. सूचना मिलने पर पुलिस के बड़े अधिकारी अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन डॉक्टर नहीं माने. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई करने की बात कही, लेकिन जूनियर डॉक्टर मानने को तैयार नहीं हुए. काफी मनाने और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन देने पर डॉक्टर काम पर लौटे.
प्रतापगढ़ में तैनात इंस्पेक्टर जुल्फिकार अली की मां 18 अप्रैल से स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती थी. गुरुवार देर रात उनकी हालत गंभीर हो गई. इस पर डॉक्टरों ने मरीज को कोविड-19 वार्ड में शिफ्ट कर दिया था. जबकि इंस्पेक्टर अपनी मां का इलाज अलग वार्ड में करवाना चाहता था. इसी बात को लेकर इंस्पेक्टर और डॉक्टर के बीच कहासुनी हो गई. इंस्पेक्टर ने अपने दो भाइयों के साथ मिलकर डॉक्टर पर हमला कर दिया.
जूनियर डॉक्टर का सिर फटा
हमले में जूनियर डॉक्टर का सिर फट गया. इससे नाराज अस्पताल कर्मचारियों ने इंस्पेक्टर जुल्फिकार सहित तीनों भाइयों को पीटा. सूचना मिलते ही IG केपी सिंह सहित पुलिस के आला अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे.
मस्जिद से पुलिस बल पर हमला
उधर, बुधवार को जयपुर के सांगानेर में भीड़ ने मस्जिद से पुलिस बल पर हमला कर दिया. घटना उस समय हुई जब पुलिस कर्फ्यू के बावजूद मस्जिद में इकट्ठी भीड़ को कोरोना गाइडलाइंस की पालना करने के लिए समझाने पहुंची थी. लेकिन उपस्थित भीड़ ने पुलिस बल पर ही हमला कर दिया, जिससे पुलिस की गाड़ियों के शीशे टूट गए.
राजस्थान में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. राज्य में 22 अप्रैल से 21 मई तक धारा 144 लागू की गई है. ऐसे में भीड़ का इकट्ठा होना गैर कानूनी था. इस पर कार्रवाई करने के लिए ही सांगानेर पुलिस जामा मस्जिद पहुँची थी.