चित्रकूट. संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों पर चित्रकूट में चल रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के सांस्कृतिक मंच से विवेकानंद सभागार चित्रकूट में प्रतिदिन शाम 7:00 बजे “राष्ट्र ऋषि नानाजी देशमुख की प्रेरणा-परम्परा” सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जा रहा है. शनिवार की संध्या में देश रंगीला रंगीला, देश मेरा रंगीला…, लता मंगेशकर के गीत सत्यम शिवम सुंदरम एवं ऐ मेरे वतन के लोगों, दिल दिया है जान भी देंगे…. एक से बढ़कर एक देशभक्ति से गीतों से सजी सांस्कृतिक संध्या का आयोजन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मंच से किया गया. जिसमें गायिका आकृति मेहरा ने भजन एवं देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति दी.
आकृति मेहरा प्रख्यात संगीतकार रविंद्र जैन के साथ परफॉर्म कर चुकी हैं तथा लता मंगेशकर पुरस्कार से भी सम्मानित हैं जो वर्तमान में मुंबई के फिल्म संगीत में कार्यरत हैं. टी सीरीज से उनका एल्बम भी निकला है.
सांस्कृतिक संध्या में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार बाबा सत्यनारायण मौर्य एवं साथी कलाकारों द्वारा राष्ट्र देव जय श्री राम पर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई. बाबा मौर्य के साथी कलाकारों के सुमधुर गीतों ने परिसर में उपस्थित श्रोताओं को अपने आकर्षण में बांधा था. हनुमान जन्मोत्सव पर गीत गाते हुए बाबा मंच पर पंहुचे और मंच पर रखे गए कैनवास पर उनके रंग बिखरने लगे. देखते ही देखते मंच पर बनाए स्टैण्ड पर हनुमान जी महाराज एवं श्री राम साकार हो चुके थे. मैदान में मौजूद दर्शक गीत के साथ इतनी तेजी से चित्र बनता देख कर अचंभित थे.
सांस्कृतिक संध्या के अन्य कार्यक्रमों में नवरंग कथक कला केंद्र जबलपुर की टीम द्वारा पंडित मोतीलाल शिवहरे के निर्देशन में होली खेले रघुवीरा की प्रस्तुति लोक नृत्य एवं लोक गीतों के माध्यम से की गई. इस दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन द्वारा सभी कलाकारों को मंच से सम्मानित किया गया. महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. भरत मिश्रा एवं देश भर से आए विभिन्न विषय विशेषज्ञ एवं चित्रकूट के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.