धरना स्थलों पर योजना के तहत महिलाओं, बच्चों को आगे रखा गया
नई दिल्ली. फरवरी में हुए दिल्ली दंगों के मामले में विभिन्न आरोपियों की गिरफ्तारियों और पुलिस जांच के पश्चात दंगों को लेकर नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं. दंगों से धरने पर बैठी महिलाएं पूरी तैयारी के साथ बैठी थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लाल मिर्च पाउडर व अन्य वस्तुएं लेकर बैठी थीं. साथ ही धरने प्रदर्शन में महिलाओं और बच्चों को बड़ी संख्या में शामिल करना सुनियोजित था, जिससे पुलिस बल का प्रयोग नहीं करे. दिल्ली पुलिस ने दिल्ली दंगों के मामले में रविवार रात को जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को गिरफ्तार किया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने उमर खालिद को दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड बताया है. स्पेशल सेल की जांच में खुलासा हुआ है कि उमर के निर्देश पर ही पिंजरा तोड़ की सदस्य छात्राओं ने महिलाओं के साथ मिलकर खतरनाक तैयारी की थी. इसके तहत उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सभी धरना स्थलों पर बैठी महिलाएं लाल मिर्च पाउडर, ज्वलनशील पदार्थ और लाठी-डंडे के साथ थीं. पुलिस ने आरोप पत्र में भी इन तथ्यों का उल्लेख किया है.
स्पेशल सेल की जांच में यह भी पता चला है कि दंगे से पहले उमर खालिद ने वाट्सएप के माध्यम से भड़काने वाले संदेश दिए थे. इसमें से एक संदेश था – ‘आजादी खून मांगती है’. ऐसे कई संदेश उमर खालिद ने अपने फोन से वाट्सएप के माध्यम से फैलाए थे. 24-25 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांदबाग, जाफराबाद समेत दर्जनभर क्षेत्रों में फैले दंगों में 50 से अधिक लोगों की जान चली गई, जबकि सैकड़ों घायल हो गए थे. इतना ही नहीं, दंगाइयों ने घरों, दुकानों, स्कूलों तक को निशाना बनाया. दंगाईयों ने दो दिन के दंगों के दौरान 1000 से अधिक कारें जला डाली थीं.
बुधवार को दिल्ली पुलिस स्पेशल ने पर्याप्त सबूतों के आधार पर कड़कड़डूमा कोर्ट में दंगों की विस्तृत साजिश रचने के मामले में आरोपपत्र दायर किया है. पुलिस की चार्जशीट में 15 लोगों का नाम है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने 15 आरोपियों के खिलाफ IPC के गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और आर्म्स एक्ट के तहत 10,000 पन्नों की चार्जशीट फाइल की है.
वहीं, पुलिस को अभी उमर खालिद से पूछताछ के दौरान कई साजिशों का पता करना है, इसके बाद आरोपित उमर के खिलाफ अलग से भी चार्जशीट दाखिल की जा सकती है.