नई दिल्ली. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 07 जून, 2023 को बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि प्राइम’ का ओडिशा के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सफलतापूर्वक परीक्षण किया. उड़ान परीक्षण के दौरान, सभी उद्देश्य सफलतापूर्वक प्रदर्शित हुए.
यह मिसाइल के तीन सफल विकास परीक्षणों के बाद पहला प्री-इंडक्शन नाइट लॉन्च था, जो सिस्टम की सटीकता और विश्वसनीयता को मान्य करता है. रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे रेंज इंस्ट्रूमेंटेशन को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया था, जिसमें दो डाउन-रेंज जहाज शामिल थे, ताकि वाहन के पूरे प्रक्षेप वक्र को कवर करने वाले उड़ान डेटा को कैप्चर किया जा सके.
डीआरडीओ और सामरिक बल कमान के वरिष्ठ अधिकारियों ने परीक्षण को देखा, जिसने सशस्त्र बलों में प्रणाली को शामिल करने का मार्ग प्रशस्त किया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और सशस्त्र बलों को नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि प्राइम’ की सफलता के साथ-साथ कॉपी-बुक प्रदर्शन के लिए बधाई दी.
अग्नि प्राइम मिसाइल अग्नि सीरीज की ही नई जेनरेशन की मिसाइल है. यह मिसाइल 2000 किलोमीटर की दूरी तक किसी भी लक्ष्य को मार गिराने की क्षमता रखती है. 34.5 फीट लंबी मिसाइल पर एक या मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) वारहेड लगाया जा सकता है. यह मिसाइल एक साथ कई टारगेट को तबाह कर सकती है.