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नई दिल्ली (24 जनवरी, 2025)।
दिल्ली में फरवरी 2020 में हुए हिन्दू विरोधी दंगों के पाँच वर्ष पूरे होने पर फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए दिल्ली ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। एमटीएनएल ग्राउन्ड डीडीए कम्युनिटी सेंटर के सी. ब्लॉक यमुना विहार में आयोजित “दिल्ली के दर्द के पांच साल” नाम से आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉक्टर सोनाली, सतसंग विश्व हिन्दू परिषद के सह प्रमुख दयालु जी महाराज, हिन्दू जागरण संस्था कर्मयोगी की कल्पना जी और हिन्दू जागरण मंच के रामकिशन जी सहित अनेक दंगा पीड़ित परिवार के सदस्यों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान पीड़ितों ने दिल्ली दंगा 2020 के खौफनाक मंजर को याद करते हुए बताया कि दूसरे समुदाय के लोगों ने एक सोची समझी रणनीति के तहत दंगे शुरू किए थे। हिन्दुओं की दुकानों, घरों, संपत्तियों और मोहल्लों को टारगेट करके आगजनी की थी। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने मुआवजा देते समय भी उनके साथ भेदभाव किया और दूसरे पक्ष के लोगों को हिन्दुओं से बहुत ज्यादा मुआवजा दिया।
दंगा पीड़ित परिवार के लोगों को संबोधित करते हुए सतसंग विश्व हिन्दू परिषद के सह प्रमुख दयालु जी महाराज ने कहा कि दंगों के समय स्थिति बहुत भयावह थी, किसी ने ऐसा सोचा भी नहीं था कि ऐसा भी हो सकता है। मगर दूसरे लोगों की पूरी योजना थी कि उन्हें क्या करना है। दंगाईयों ने घरों को जला दिया, दुकानों को लूट लिया, बेगुनाह लोगों की हत्याएं कीं और भय, खौफ का वातावरण खड़ा किया। सब कुछ पूरी योजना के साथ किया गया था। उन्होंने कहा कि बंटेंगे तो कटेंगे, इसलिए बंट कर नहीं रहना, एक होकर रहना है। अब वोट की चोट से ऐसे लोगों को सबक सिखाना है। अब ऐसी स्थिति दोबारा से पैदा न हो, इसलिए यह समय है जब ऐसी सरकार का चुनाव करें जो राष्ट्रहित के लिए काम करे।
कार्यक्रम में दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉक्टर सोनाली ने कहा कि उन्होंने दंगों की भयावह स्थिति पर इलाके का दौरा करने के बाद एक पुस्तक तैयार की है जो यह बताती है कि फरवरी 2020 के दंगे हिन्दुओं के खिलाफ सुनियोजित साजिश का हिस्सा थे। देश में रहने वाले अर्बन नक्सल नेटवर्क ने दंगे की साजिश को रचा था। ऐसे अर्बन नक्सल लोगों को हमें पहचानना चाहिए और समाज से उन्हें दूर करना चाहिए। अगर हम सभी हिन्दू मिलकर रहेंगे तो कोई दुश्मन हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
कल्पना जी ने कहा कि हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है जो हिन्दुओं की आबादी पर कब्जा करने की साजिश करते हैं। ऐसे लोगों ने 2020 में हिन्दुओं पर हमले का प्लान बनाया ताकि हिन्दू इलाका छोड़ कर चले जाएं।
हिन्दू जागरण मंच के संयोजक रामकिशन जी ने कहा सीएए के विरोध की आड़ में उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिन्दू बहुल इलाकों में सुनियोजित दंगों को अंजाम दिया गया। दंगाईयों ने पूरे प्लान के साथ उस दिन को चुना था, जब अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आए थे। अमेरिकी मीडिया के सामने भारत सरकार की छवि खराब करना चाहते थे। दंगाईयों की साजिश थी कि हिन्दू इस इलाके से बाहर हो जाएं और यह सारा क्षेत्र मुस्लिम बहुल हो जाए।
पीड़ित परिवारों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से उन्हें बल मिलता है और दंगे में मारे गए लोगों को याद कर हम उन्हें नमन करते हैं। हर साल फरवरी में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन वह करते रहेंगे।