जलगांव. 25 से 30 जनवरी तक गोद्री में अखिल भारतीय हिन्दू गोर बंजारा व लबाना नायकड़ा समाज कुंभ का आयोजन किया जा रहा है. इस कुंभ के प्रबंधन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. धर्म स्थान, कुंभ स्थान, आवास, वाहन स्थल, परिवहन, भोजन आदि प्रबंध पूरे किए गए हैं. इस छह दिवसीय कुंभ में भक्तों का मार्गदर्शन करने विभिन्न राष्ट्रीय संत और महात्मा आएंगे. अनुमान है कि छह दिवसीय कुंभ में लगभग 10 लाख श्रद्धालु आएंगे. तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कोने-कोने से बंजारा, लबाना और नायकड़ा समुदाय के लोग आएंगे.
अखिल भारतीय हिन्दू गोर बंजारा एवं लबाना नायकड़ा समाज कुंभ संचालन समिति अध्यक्ष पूजनीय श्याम चैतन्य महाराज जी ने यह जानकारी प्रदान की.
इस भौगोलिक क्षेत्र में हजारों तांड़े हैं. बंजारा समुदाय एक ऐसा समाज है जो हिन्दू धर्म को जानता और मानता है. लेकिन बंजारा समुदाय को लक्ष्य कर धर्मांतरण किया जा रहा है. उक्त भौगोलिक क्षेत्र में 11 हजार तांड़े हैं, जिनमें से 3500 तांड़ों में लोगों का सीधा ईसाईकरण हुआ है या ईसाइयों से संपर्क के कारण हिन्दू रीति-रिवाजों को छोड़कर चर्च जा रहे हैं. हालांकि, कुछ छिपे हुए ईसाई भी हैं जो अपने प्रमाणपत्रों पर ST या NT लिखवाते हैं.
कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं कि गोर धर्म एक अलग धर्म है और बंजारा हिन्दू नहीं हैं. लातूर में बंजारा समुदाय पर हिन्दू संस्कारों को छोड़कर गोर धार्मिक संस्कारों को अपनाने का दबाव डाला गया है. यह कुंभ 25 से 30 जनवरी तक बंजारा समुदाय के ईसाईकरण को रोकने और सभी बंजारा, लबाना व नायकड़ा समुदाय को एकजुट करने के लिए आयोजित किया जा रहा है. जिसका आयोजन संतों और बंजारा समुदाय ने किया है.
कुंभ का आयोजन तय होने के बाद संबंधित गांवों के नाइक और कारभारियों का 9500 तांड़ों पर एकत्रीकरण हुआ. इसके लिए बंजारा समाज के 218 कार्यकर्ता 3 माह से पूर्ण सेवा दे रहे हैं. साथ ही बंजारा समुदाय के 400 संतों ने तांड़ों पर पदयात्रा की और संबंधित क्षेत्रों में 5500 सभा-सम्मेलन किए.
प. पू. बाबूसिंह जी महाराज, प.पू. सुरेश जी महाराज, श्री. श्यामजी चैतन्य महाराज, प.पू. महंत 1008 श्री रामसिंह जी महाराज, प.पू.1008 श्री श्री चंद्रसिंह जी महाराज ने कई गांवों का दौरा करते हुए समाज से सीधे संपर्क किया है.