जम्मू कश्मीर. राज्य में आतंकी गतिविधियों में शामिल व समर्थक सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का क्रम जारी है. अब सरकार ने अलगाववादी नेता सैयद शाह गिलानी के पोते को नौकरी से निकाल दिया है. सैयद शाह गिलानी के पोते अनीस-उल-इस्लाम को संविधान के आर्टिकल 11 (2) (c) के तहत नौकरी से निकाला गया है. अनीस-उल-इस्लाम शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेन्शन सेंटर में कार्यरत थे, जिन्हें तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया गया है. इस्लाम को 2016 में शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में शोध अधिकारी नियुक्त किया गया था. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश पर सामान्य प्रशासनिक विभाग ने शनिवार को आदेश जारी किया है.
अनीस-उल-इस्लाम की गतिविधियों पर उपलब्ध सूचनाओं और तथ्यों की जांच के बाद उसे सरकारी सेवा से बर्खास्त किया गया है. इसके अलावा डोडा जिले में तैनात सरकारी शिक्षक फारूक अहमद भट को भी बर्खास्त किया गया है. प्रशासन ने दोनों कर्मचारियों की गतिविधियों को प्रदेश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है.
तीन बार विधायक रहे अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को पाकिस्तान का खुला समर्थक माना जाता था. उन्होंने तीन दशक से अधिक समय तक अलगाववादी राजनीति का नेतृत्व किया था. इसी साल सितंबर के महीने 91 साल की आयु में सैयद शाह गिलानी की बीमारी से मौत हुई थी. उन्हें शहर के बाहरी इलाके हैदरपोरा में उनके घर के पास स्थित एक मस्जिद में दफनाया गया था. अनीस उस इस्लाम, अल्ताफ अहमद शाह का उर्फ अल्ताफ फंटूश का बेटा है.