सांगानेर, जयपुर. सुख-शांति और सामाजिक समरसता के लिए 3 जून, शनिवार शाम 7:30 बजे सांगानेरी गेट स्थित हनुमान मंदिर के बाहर श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ हुआ. इस अवसर पर भगवान श्री हनुमान की मनमोहक झांकी सजाई गई, जिसमें हजारों की संख्या में सर्व समाज के श्रद्धालु शामिल हुए.
श्रद्धालुओं का एक छोर सांगानेरी गेट पर था तो दूसरा बड़ी चौपड़ छू रहा था. चारदीवारी के इतिहास में पहली बार दूधिया रोशनी में भक्तों ने सड़क पर बैठकर जैसे ही हनुमान चालीसा की चौपाइयां पढ़नी शुरू कीं, तो वातावरण भक्तिमय हो गया. बैंड व ड्रम वादकों की जुगलबंदी के बीच शंख ध्वनि ने श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया. जयश्री राम और भारत माता के जयकारों के साथ आयोजन में युवाओं और बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया. इससे पूर्व सांगानेरी गेट के पूर्व मुखी हनुमान मंदिर में सजी फूल बंगला झांकी में विराजे पवनसुत हनुमानजी की विधिवत पूजा-अर्चना की गई. मुख्य मंच पर हनुमानजी की सवा नौ फीट ऊंची प्रतिमा आकर्षण का केंद्र रही.
संत अमरनाथ महाराज ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ व्यक्तिगत रूप से करने के साथ ही समय-समय पर सामूहिक रूप से भी करना चाहिए. इससे देश और समाज के संकट दूर होते हैं. हनुमान चालीसा की चालीस चौपाइयों में अपार शक्ति समाहित है.
हनुमान चालीसा पाठ के लिए पूरे जौहरी बाजार को ध्वज पताकाओं से सजाया गया था. बिजली के पोल और दोनों और बरामदों पर ओम अंकित केसरिया रंग की ध्वज पताकाएं लगाई गईं. व्यापारी समय पूर्व ही प्रतिष्ठान बंद कर वहां पहुंच गए और सभी ने हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ में सहभागिता की.
कार्यक्रम के दौरान बड़ी चौपड़ से सांगानेरी गेट के लिए यातायात खुला रहा, लेकिन वाहन चालकों ने स्वयं ही वाहन रोककर सहभागिता की. पुलिस प्रशासन ने आयोजन की व्यवस्था सुचारू रूप से संभाली.