हरिद्वार. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा कोरोना की दूसरी लहर में समाज के बीच रहकर समाज के लिए काम किया जा रहा है. हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश में स्वयंसेवकों द्वारा सेवा प्रकल्प संचालित किए जा रहे हैं. जिसमें 250 से अधिक स्वयंसेवक सेवा कार्य में लगे हैं.
सेवा प्रमुख अरविंद कुमार ने बताया कि हरिद्वार, रुड़की व ऋषिकेश में दो आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं. जिनमें हरिद्वार में 35 बेड तथा रुड़की में 25 बेड की व्यवस्था की गई है. जिसमें अभी तक 50 लोग लाभान्वित भी हुए हैं. समाज के हर जरूरतमंद तक सहायता पहुँचे इसके लिए स्वयंसेवक कटिबद्ध हैं. ऋषिकेश में एम्स में एडमिट मरीजों के तीमारदारों के लिए सेंटर बनाया गया है. अब तक 84 लोग सुविधा का लाभ ले चुके हैं. जिसमे तिमारदारों के रहने के साथ ही, भोजन, जलपान की भी व्यवस्था की गई है. अब तक 33 स्वयंसेवकों ने प्लाज्मा डोनेट किया है, जरूरतमंदों के लिए 42 यूनिट रक्तदान भी किया गया है. लोगों की सुविधा के लिए सेवा भारती के माध्यम से हरिद्वार में एक व रुड़की में दो एम्बुलेंसों का निःशुल्क संचालन किया जा रहा है. ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए निःशुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर सेवा शुरू की है. संक्रमित व्यक्तियों व उनके सम्पर्क में आए लोगों की सुविधा के लिए तीनों नगरों में 22 डॉक्टरों की टीम बनाकर निःशुल्क डॉक्टर की सलाह दी जा रही है, साथ ही मरीजों तक मेडिकल किट पहुंचाई जा रही है. अब तक 880 लोगों तक व 63 गांवों में मेडिकल किट दी गई है. इसके अलावा ऑक्सीमीटर व ऑक्सी फ्लोमीटर भी दिए गए हैं. जरूरतमंदों के लिए अंतिम यात्रा वाहन व शमशान घाट पर गोबर के उपले भी निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहे हैं.
सेवा प्रमुख अरविंद कुमार ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के बाद लोगों की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा रही है. जिससे लड़ने के लिए पके भोजन के पैकेट वितरित किये जा रहे हैं. लोग व वातावरण स्वस्थ रहे, इनके लिए हवन सामग्री व काढ़ा वितरण भी किया जा रहा है.
शरद कुमार ने बताया कि संघ द्वारा पिछले लॉकडाउन में कार्यकर्ताओं के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों तक राशन किट पहुँचाई गई थी. उन लोगों से वार्ता कर उन तक आर्थिक मदद पहुँचाइ जाएगी. हेल्पलाइन नम्बर जारी कर अधिक से अधिक लोगों की मदद का संकल्प लिया है और दिन रात कार्यकर्ता सेवा में जुटे हैं.