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बंगाल की हिंसा से हरियाणा आहत – 22 जिलों के 83 नामचीन लोगों ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

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राष्ट्रपति से आरोपियों पर कार्रवाई और पीड़ितों के पुनर्वास की मांग, कहा – नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहा प्रशासन

चंडीगढ़. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा पर हरियाणा के संतों, पदक विजेता खिलाड़ियों और उद्योगपतियों ने कड़ा विरोध जताया. इस सिलसिले में प्रदेश की 83 नामचीन हस्तियों ने सोमवार को राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को ज्ञापन सौंप कर हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़ितों के पुनर्वास की मांग की. राष्ट्रपति के नाम दिए ज्ञापन में बंगाल की हिंसा को राजनीति प्रेरित त्रासदी, लोकतंत्र विरोधी और असंवैधानिक घटना बताया है. ज्ञापन पर हरियाणा के सभी 22 जिलों से अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावी लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं.

ज्ञापन में कहा है कि पश्चिम बंगाल में हिंसा के कारण न केवल लोकतंत्र के आधारभूत सिद्धांत ‘स्वतंत्र चुनाव’ को गहरी चोट पहुंची है,  बल्कि वहां का प्रशासन ‘नागरिकों के जीवन, संपत्ति व अधिकारों की रक्षा करने के पवित्र दायित्व’ से विमुख रहा है.

चंडीगढ़ स्थित हरियाणा राजभवन पहुंचे भारत सेवा प्रतिष्ठान के श्रीकृष्ण सिंहल, उद्योगपति पवन जिंदल, भारतीय सेना से सेवानिवृत ब्रिगेडियर बेअन्त परमार ने कहा कि हरियाणा का समाज बंगाल हिंसा से पीड़ितों के साथ खड़ा है. संकट की इस घड़ी में बंगालवासियों को न्याय दिलाने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे. कोविड-19 नियमों के कारण सभी लोग यहां नहीं पहुंच सकें, लेकिन इन सभी ने इस ज्ञापन के माध्यम से अपनी संवेदनाएं और आपत्तियां व्यक्त की हैं.

ज्ञापन पर प्रदेश भर से 17 धार्मिक संतों, 10 पदक विजेता खिलाड़ियों, 13 उद्योगपतियों, 14 शिक्षाविदों, 8 सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर किए हैं. इसके साथ ही 11 प्रशासनिक , 10 सैन्य, 2 न्यायिक  क्षेत्र से सेवानिवृत अधिकारियों ने भी विरोध जताया है. इस ज्ञापन के माध्यम से चिकित्सकों और कलाकारों ने भी बंगाल की घटनाओं पर रोष जताया है.

राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने वालों में संत विश्वेश्वरानंद गिरी, दयानंद सरस्वती, ज्ञानानंद महाराज, बाबामंशाह ब्रह्मचारी, कुश्ती खिलाड़ी योगेश्वर दत्त, साक्षी मालिक, बबिता फोगाट, मनोज कुमार, जितेन्द्र, सेवानिवृत आईपीएस अधिकारी राजपाल सिंह, सेवानिवृत आईएएस धर्मवीर आरपी सिंह,  सेवानिवृत आईएफएस अधिकारी गुलशन आहूजा, उद्योगपति निर्मल किंदा, सज्जन जैन, गोपालशरण गर्ग, एचके बत्रा शामिल रहे.

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