शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद से ही बांग्लादेश का हिन्दू विरोधी चेहरा सामने आ रहा है. ताजा घटनाक्रम में चटगांव में अल्पसंख्यक हिन्दुओं को एक बार फिर निशाना बनाया गया. मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार की सेना ने हिन्दुओं पर लाठियां बरसाईं. 100 से अधिक हिन्दुओं को गिरफ्तार किया गया और बाद में छोड़ दिया गया.
चटगांव में मुस्लिम युवक उस्मान मुल्ला ने फेसबुक लाइव कर कृष्ण भक्त संस्था इस्कॉन (ISKON), मंदिर और सनातन धर्म को आतंकी संगठन बताया था. हिन्दू संगठनों ने इसका विरोध किया और हिन्दू संगठन सड़क पर उतरे तो मोहम्मद यूनुस की सेना ने उन पर डंडे बरसाए. इससे मन नहीं भरा तो रात में हजारी गली पर छापा मारा और करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया. मंगलवार रात को यह कार्रवाई हुई.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चटगांव के स्थानीय पत्रकार ने बताया कि एक मुस्लिम युवक ने इस्कॉन की आलोचना करते हुए फेसबुक पर पोस्ट अपलोड किया था. गुस्साए हिन्दुओं ने विरोध किया और फिर लॉ इंफोर्समेंट एजेंसियों के साथ झड़प हुई. लोगों ने पुलिस पर ईंट और अन्य वस्तुएं फेंकी. झड़प के बाद पुलिस और सेना ने एक संयुक्त अभियान चलाया. संयुक्त बलों ने रात में हजारी गली पर छापा मारा था. इस दौरान बिजली गुल होने की वजह से घटना के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है.
बांग्लादेश के जो वीडियो वायरल हुए हैं, उनमें देखा जा सकता है कि कैसे हिन्दुओं को बुरी तरह से पीटा गया है. उन्हें घरों से खींचा गया. सोशल मीडिया हैंडल में यहां तक कहा जा रहा है कि सेना के साथ मिलकर जिहादियों ने घरों में घुसकर मारा और लड़कियों से छेड़छाड़ भी की.