जयपुर. बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में पूरे देश का हिन्दू समाज गुस्से में है. जगह जगह आक्रोश रैलियां हो रही हैं. जयपुर में रामलीला मैदान और सांगानेर स्टेडियम में आक्रोश रैली का आयोजन हुआ तथा गलता तीर्थ पर बांग्लादेश में मारे गए हिन्दुओं की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक तर्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया. सर्व समाज के बैनर तले आयोजित रैलियों में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए.
जयपुर के न्यू गेट स्थित रामलीला मैदान में आयोजित रैली में बारिश के बावजूद काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे. मंच पर संत महात्मा, व्यापारिक प्रतिनिधि और गणमान्य जन उपस्थित रहे. कवियों ने कविता के माध्यम से अपना आक्रोश प्रकट किया.
रैली में शामिल होने आई शालिनी ने कहा, “जितना अधिकार भारत में रहने वाले मुसलमानों का भारत पर है, उतना ही अधिकार बांग्लादेश में रहने वाले हिन्दुओं का बांग्लादेश पर है. जैसे भारत के मुसलमान भारत का अभिन्न अंग हैं, वैसे ही बांग्लादेश के हिन्दू बांग्लादेश का अभिन्न अंग हैं. उनके साथ यह दुर्व्यवहार क्यों, क्या उनके मानवाधिकार नहीं हैं? हिन्दुओं के मामले में मानवाधिकारों के पैरोकारों की चुप्पी शर्मनाक है.” हाथ में बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार बंद करो लिखी तख्ती लिए केशव ने कहा, “हिन्दुओं ने बहुत नरसंहार देखे हैं, अब और नहीं. देश ही नहीं, दुनिया का हिन्दू अब एक है.”
रैली की शुरुआत रामलीला मैदान से हुई, जो चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, सांगानेरी गेट, एमआई रोड होते हुए वापस रामलीला मैदान पहुंची. रैली से पहले हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया.
रैली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भाग लिया. रैली के समापन पर एकजुटता के संदेश के साथ यह संकल्प लिया गया कि हिन्दू समाज विश्व में कहीं भी हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध एकजुट रहेगा.
सांगानेर में आक्रोश रैली
सांगानेर में भी बड़ी संख्या में सर्व हिन्दू समाज सड़कों पर उतरा और सांगानेर स्टेडियम में विशाल जन आक्रोश प्रदर्शन किया.
रैली में प्रदर्शनकारी ‘हिन्दू एकता जिन्दाबाद, मां-बहनों पर अत्याचार नहीं सहेगा हिन्दुस्तान, बांग्लादेशी हिन्दुओं पर अत्याचार बंद करो-बंद करो, रोहिंग्या भारत छोड़ो, बांग्लादेशी हिन्दुओं के मानवाधिकारों की रक्षा हो’ इत्यादि गगनभेदी उद्घोष लगाते हुए आगे बढ रहे थे. रैली सांगानेर स्टेडियम से रोडवेज बस स्टैंड, मालपुरा गेट, मुख्य बाजार, सिटीबस स्टैंड सहित विभिन्न स्थानों से होती हुई एसडीएम कार्यालय पहुंची, जहां प्रतिनिधि मण्डल ने ज्ञापन सौंपा और बांग्लादेश में हिन्दुओं की हत्याएं, बहन-बेटियों के साथ बलात्कार, जबरन कन्वर्जन इत्यादि घटनाओं पर न केवल तत्काल रोक लगाने, बल्कि किसी भी परिस्थिति में इनकी पुनरावृत्ति नहीं होने की मांग की. रैली का नेतृत्व महिलाएं कर रही थीं.
व्यापारियों का समर्थन
विशाल आक्रोश प्रदर्शन को व्यापारियों का पूर्ण समर्थन मिला. स्थानीय व्यापार मण्डल ने न केवल सभी व्यापारियों को प्रदर्शन में शामिल होने, बल्कि स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद करने का भी आग्रह किया. व्यापारियों ने स्वैच्छिक रूप से दुकानें बंद रखीं. आक्रोश प्रदर्शन में जनसमूह द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रति भी आक्रोश रहा और संयुक्त राष्ट्र संघ से बांग्लादेश में हिन्दुओं के प्रति हो रहे अत्याचार की घटनाओं के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने की मांग की गई. सुबह से ही तेज बरसात हो रही थी. बरसात के कारण जगह-जगह जाम था फिर भी हजारों की संख्या में लोग पूरे समय प्रदर्शन में शामिल हुए.
बांग्लादेश में मारे गए हिन्दुओं की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक तर्पण
बुधवार को ही जयपुर के पवित्र गलता तीर्थ में बांग्लादेश में मारे गए निर्दोष हिन्दुओं की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक तर्पण किया गया. गलता सरोवर के किनारे हिन्दू धार्मिक परंपराओं से मृतकों की आत्मा की शांति के लिए पंडितों ने अनुष्ठान करवाया. बांग्लादेश में हिंसा के शिकार कई परिवार ऐसे हैं, जिनमें कोई नहीं बचा.