डेटा को शस्त्र के रूप में उपयोग किया जाएगा, तय करना होगा सत्य को कब और कहां स्थापित करना है
मेरठ. ऑर्गनाइज़र के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि आने वाले 5 साल में भारत डेटा का हब बनेगा. डेटा को शस्त्र को रूप में उपयोग किया जाएगा. मीडिया को तय करना होगा सत्य को कब और कहां स्थापित करना है. मीडिया का उद्देश्य समाज व राष्ट्रहित होना चाहिए. ब्रेकिंग के चक्कर में गलत दिखाने से समाज को नुकसान होगा. असत्य को कहना मर्डर के बराबर है और अर्द्धसत्य को कहना डब्ल मर्डर के बराबर. वह तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ व विश्व संवाद केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में नारद जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे.
प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि संचार के बिना संवाद नहीं हो सकता है. तथ्यों और घटनास्थल पर मौजूद होकर जो संवाद होता है, वह न्यूज होती है. मीडिया का उद्देश्य सत्य का प्रतिपादन होना चाहिए. कोई भी न्यूज फेक नहीं हो सकती है और जो फेक है वह न्यूज नहीं होती है. केवल नैरेटिव फेक होता है. समाचार और विचार में भेद करना मुश्किल है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख आलोक कुमार ने कहा कि हर विषय में भारतीय ज्ञान परंपरा का मूल तत्व है. किसी भी विषय चाहे विज्ञान हो, चिकित्सा हो या फिर कुछ अन्य भारतीय ज्ञान परंपरा में सर्वत्र व्याप्त है. कोई भी काम यदि किया जाता है तो उसका कोई न कोई आदर्श होता है. समाचारों का संवाद नारद जी ने ही शुरू किया था. नारद जी सर्वत्र विश्वसनीय थे. नारद जी आदर्श पत्रकार पहले भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे. उन्होंने नारद जी के भक्ति सूत्रों के विषय में भी विस्तार से बताया.
कार्यक्रम की अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वाई विमला ने कहा कि वर्तमान में मीडिया के कई प्रकार हो गए हैं. आद्य पत्रकार नारद जी विश्वसनीयता के साथ समाचार देते थे. लेकिन उनके विषय में गलतधारणा बनाने का प्रयास किया गया. भारतीय संस्कृति और साहित्य को विश्व ने फिर से स्वीकारना शुरू किया है. संवाद से लोग जुड़ते हैं, संवाद के रूप अनेक हो सकते हैं. खबरों में नकारात्मकता को न आने दें.
विश्व संवाद केंद्र न्यास के अध्यक्ष श्याम बिहारी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यक्रम का संचालन बीनम यादव ने किया. इस दौरान पांच पत्रकारों को सम्मानित किया गया. जिसमें हिन्दुस्तान समाचार पत्र के वरिष्ठ छायाकार अनुज कौशिक, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लोकेश टंडन, ट्विटर एक्टिविस्ट अखंड प्रताप, निस्कॉर्ट कॉलेज की प्रिंसीपल रितू दुबे तथा अमर भारती के पत्रकार देवनाथ को प्रशस्ति पत्र, शॉल, व 11 हजार रूपये देकर सम्मानित किया गया.