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नोआखली स्थित इस्कॉन मंदिर में कट्टरपंथी उपद्रवियों ने हमला किया, एक सदस्य की हत्या

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बांग्लादेश में दुर्गा पूजा (नवरात्रि) के दौरान प्रारंभ हुआ कट्टरपंथियों द्वारा साम्प्रदायिक हिंसा का क्रम अभी भी जारी है. शुक्रवार को दुर्गा पूजा के समापन के दौरान भी कई स्थानों पर हिंसा हुई. इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है. कट्टरपंथियों के कारण बांग्लादेश साम्प्रदायिक हिंसा में झुलस रहा है. इस्कॉन बांग्लादेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर तोड़-फोड़ की तस्वीरें शेयर की हैं.

बांग्लादेश के नोआखाली इलाके में जुमे की नमाज के बाद 200 कट्टरपंथियों की भीड़ ने इस्कॉन मंदिर पर हमला कर इस्कॉन सदस्य पार्थ दास की बर्बरता से हत्या कर दी. इस्कॉन ने अपने बयान में बताया कि पार्थ का शव मंदिर के पास तालाब में तैरता मिला.

इस्‍कॉन से जुड़े राधारमण दास ने ट्वीट कर बताया कि पार्थ को बुरी तरह से पीटा गया था, जब उनका शव मिला तो शरीर के अंदर के हिस्से गायब थे.

बांग्लादेश के इतिहास में 13 अक्तूबर सबसे बदनाम दिवस के रूप में दर्ज हो गया है. इस्लामिक कट्टरपंथियों ने दुर्गा पूजा के दौरान चांदपुर जिले में कई हिन्दू मंदिरों पर हमला किया था. इस हिंसक झड़प में 5 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में 100 लोगों को गिरफ्तार किया है. 22 जिलों में सुरक्षाबल मार्च कर रहे हैं, बावजूद इसके हिंसा रुकी नहीं है.

समाचार पत्र dhakatribune.com के अनुसार, इस बार भी Covid-19 के चलते पारंपरिक विजयादशमी का जुलूस नहीं निकाला गया. लेकिन मूर्ति विसर्जन के दौरान तनाव बना रहा. हिन्दुओं ने जुमे की नमाज का सम्मान करते हुए मूर्तियों का विसर्जन दोपहर 12 से शाम 4 बजे के बीच किया. इसके बाद भी कई जगह उपद्रवियों ने हिंसा की.

समाचार पत्र के अनुसार, पुलिस ने सिलहट में स्थानीय लोगों की शहर के हवलदार पारा में दो पंडालों में तोड़फोड़ की कोशिश को नाकाम किया. हमलावरों ने मंडपों और आस-पास के घरों पर ईंटें फेंकी थीं.

शुक्रवार को चटगांव के जमाल खान क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने एक साथ मार्च किया, यहां 150 से अधिक लोगों ने धारदार हथियारों से लैस होकर मार्च निकाला और दोपहर करीब 2:15 बजे कालीबाड़ी मंडप पर हमला करने की कोशिश की. जैसे ही भक्तों ने विरोध किया, भीड़ ने हवलदार पारा की ओर कूच किया और दूसरे पंडाल का गेट तोड़ दिया.

नोआखली के एडिशनल एसपी शाह इमरान ने बताया कि कुछ लोगों के समूह ने बेगमगंज कॉलेज रोड और डीबी क्षेत्र के पास विरोध में रैली और जुलूस निकाला. यहां उपद्रव के दौरान एक आदमी की मौत हो गई, जबकि 18 लोग घायल हुए. घायलों में बेगमगंज थाना इंचार्ज कमरुज्जमां शिकदार भी शामिल हैं.

पुलिस ने कहा कि भीड़ ने चौमुहानी में अपने मार्च के दौरान हिन्दू घरों, व्यवसायों और कई मंदिरों पर हमला किया, तोड़फोड़ की और लूटपाट की.

2500 लोगों के खिलाफ FIR

चांदपुर पुलिस ने शुक्रवार को हाजीगंज में हुई घटनाओं के बाद क्रमश: 2,000 और 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं. हाजीगंज थाने के ओसी हरुनूर रशीद ने कहा कि अगर ऐसे लोग हैं, जो मामला दर्ज करना चाहते हैं, तो और मामले स्वीकार किए जाएंगे. पुलिस ने शुक्रवार को अदालत के समक्ष हाजीगंज में एक मंदिर पर हमले के बाद गिरफ्तार किए गए सात लोगों को पेश किया.

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