पटना, 8 नवंबर.
लोक आस्था के महान पर्व छठ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह आलोक कुमार जी सम्मिलित हुए. पटना के भद्र घाट में उपस्थित होकर उन्होंने दूध और गंगा जल समर्पित किया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपनी स्थापना के शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तनों से विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है. इन पांच परिवर्तनों में पर्यावरण संरक्षण भी है. इस वर्ष पटना में विजयादशमी उत्सव को संबोधित करते हुए आलोक कुमार जी ने कहा था कि हमारी सबसे बड़ी समस्या पर्यावरण की है. पर्यावरण को संरक्षित करना आवश्यक है. पर्यावरण संरक्षित होगा, तभी हम जीवित रह पाएंगे. आज नदियों का जल प्रदूषित हो गया है. गंगा, यमुना और तमाम नदियों के जलों में प्रदूषण है. पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण करना हमारा दायित्व है.
छठ व्रत पूजा-पाठ के साथ ही स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और एकता का संदेश भी देता है. इस पर्व में ऐसी किसी भी चीज का प्रयोग नहीं होता है जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए. प्रसाद बनाने के लिए मिट्टी के चूल्हे का प्रयोग किया जाता है. अर्घ्य देने के लिए जल का होना आवश्यक है. व्रती पानी में खड़े होकर डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं.