कानपुर. शिवराजपुर रेलवे स्टेशन के पास रविवार रात कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पलटाने की साजिश की गई. रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर और ज्वलनशील पदार्थ पाया गया था. इसे लेकर सोमवार को दिनभर एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) के आईजी नीलाब्जा चौधरी कमिश्नरेट पुलिस के साथ जांच करते रहे और फॉरेंसिक व डॉग स्क्वॉयड की टीमें साक्ष्य एकत्र करती रहीं. घटनास्थल से विस्फोटक पदार्थ मिलने के पश्चात आतंकी साजिश से भी इंकार नहीं किया जा सकता. इसे देखते हुए एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) भी सक्रिय हो गई है.
प्रयागराज से चलकर कानपुर सेंट्रल और अनवरगंज स्टेशन होते हुए रविवार रात कालिन्दी एक्सप्रेस भिवानी की ओर जा रही थी. शिवराजपुर रेलवे स्टेशन के पास चालक को रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस सिलेंडर रखा हुआ दिखा तो इमरजेंसी ब्रेक लगाया, जिससे ट्रेन धीमी तो हुई लेकिन तब तक इंजन का अगला हिस्सा गैस सिलेंडर से टकरा गया और सिलेंडर दूर जा गिरा. चालक ने रेलवे अधिकारियों को सूचना दी और रेलवे अधिकारियों के साथ कमिश्नरेट पुलिस के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरीश चन्द्र मौके पर पहुंचे. रेलवे ट्रैक पर एक झोले में बारुद, पेट्रोलियम बम और कई संदिग्ध वस्तुएं मिली.
सोमवार को सुबह से ही एटीएस आईजी नीलाब्जा चौधरी ने कानपुर में डेरा डाल दिया. दिनभर फॉरेंसिक की टीम, डॉग स्क्वॉयड व अन्य सुरक्षा की एजेंसियां साक्ष्य एकत्र करती रहीं. कमिश्नरेट पुलिस घटनास्थल से सटे बिल्हौर के मकनपुर में हजरत बदीउद्दीन जिंदा शाह की मजार में आने वाले जमातियों पर नजर रख रही है. साथ ही घटनास्थल के आसपास रहने वालों पर नजर है. घटनास्थल के आसपास उस समय सक्रिय मोबाइल नंबरों को भी ट्रैस किया जा रहा है.
कानपुर के डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जमातियों की गतिविधियों की जांच की जा रही है. यूपी एटीएस को भी शक है कि इसकी पीछे जमातियों का हाथ हो सकता है. एनआईए ने यूपी एटीएस से बातचीत कर पूरी जानकारी ली है. जल्द एनआईए की एक टीम कानपुर आकर मामले की जांच शुरू करेगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, एनआईए की पांच सदस्यीय टीम कानपुर के लिए रवाना हो गई है. एटीएस के आईजी कानपुर पुलिस के अफसरों के साथ मीटिंग कर रहे हैं. पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया है.