केरल. केरल के पलक्कड़ जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक संजीत की हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नेता है. जिला पुलिस प्रमुख आर विश्वनाथ ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी हत्या मामले में सीधे तौर पर शामिल था. साथ ही उन्होंने जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने का दावा किया है.
पुलिस ने अभी तक आरोपी की पहचान उजागर नहीं की है, ताकि जांच प्रभावित न हो. मृतक की पत्नी का कहना है कि वह उन लोगों को पहचान सकती है, जिन्होंने उनके पति की सरेआम हत्या की थी. इस मामले को लेकर केरल के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. उन्होंने NIA से हत्या मामले की जांच कराने की मांग की है. वहीं, बीजेपी नेता की ओर से गृह मंत्री को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि केरल में अब तक संघ परिवार के अनेक कार्यकर्ताओं को जिहादी समूहों द्वारा मार दिया गया है.
15 नवंबर को केरल के पलक्कड़ जिले में संजीत की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी गई थी. कार से पहुंचे आरोपियों ने उस वक्त वारदात को अंजाम दिया था, जब वह बाइक से अपनी पत्नी के साथ जा रहे थे. यह हमला पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने संजीत के परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट की थी. उन्होंने संजीत की लक्षित हत्या बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और अत्यंत निंदनीय कहा था. उन्होंने कहा था – हम आतंक के इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं और मृतक के परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं. यह बहुत ही दयनीय है कि केरल की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकार इस तरह की लक्षित हत्याओं को रोकने में विफल रही है. चूंकि यह पिछले अनुभवों से स्पष्ट है कि स्वयंसेवकों की लक्षित हत्या में सत्तारूढ़ सीपीएम और इस्लामी ताकतों के बीच एक गुप्त समझौता है, हम इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं और हिंसा के अपराधियों को जल्द से जल्द दंडित किया जाना चाहिए. हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि अगर सीपीएम सरकार के तहत न्याय नहीं दिया जाता है तो वह इस मामले में हस्तक्षेप करे. हम संजीत की हत्या की विस्तृत एनआईए जांच की भी मांग करते हैं क्योंकि अपराधियों के आतंकवादी संबंध हैं. हम राज्य और केंद्र सरकार दोनों से पीएफआई के आतंकवादी कनेक्शन और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की जांच करने और इस आतंकवादी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह करते हैं जो समाज में सांप्रदायिक सद्भाव और शांति को नष्ट करने के एकमात्र उद्देश्य से काम करता है.