इंदौर (विसंकें). कोतवाली थाना क्षेत्र के पद्मावती नगर निवासी 38 वर्षीय युवक विश्वनाथ पिता कमला शंकर बागोरा ने 26 जुलाई को अपने ही घर की दूसरी मंजिल पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. हंसमुख व खुशमिजाज युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात किसी को हजम नहीं हो रही थी. पुलिस जांच में पता चला कि उसकी पत्नी अपना स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए 2 वर्ष पूर्व से उसी इलाके के “टोटल फिटनेस” जिम में जाती थी. उक्त जिम में कोई महिला ट्रेनर नहीं थी. वहां सिर्फ एक ही ट्रेनर था. जिसका नाम अल्ताफ उर्फ आर्यन पिता शब्बीर हुसैन निवासी सम्राट मार्केट मंदसौर है. पहले तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन एकाध माह बाद उसने डाइट अन्य संबंधी मामलों में बात करने व सलाह देने के लिए महिला से उसके मोबाइल नंबर ले लिया. धीरे-धीरे उसने हथकंडे अपनाए और महिला को पूरी तरह अपने चंगुल में ले लिया. बताते हैं कि इस दौरान उसने दैहिक शोषण के साथ ही उससे रुपए भी ऐंठे.
लगभग एक साल तक यह सब चलता रहा, बात तब बिगड़ी जब अल्ताफ दोपहर के समय महिला के घर जाने लगा. पास पड़ोसियों से यह जानकारी विश्वनाथ उर्फ विष्णु को पता चली तो उसने अपनी पत्नी पर नजर रखना शुरू किया. उसके मोबाइल को खंगालना शुरू किया तो वह हतप्रभ रह गया. उसने अल्ताफ को बुलाकर बात की और समाज में प्रतिष्ठा का हवाला दिया. इस पर उनके बीच समझौता हो गया, लेकिन कुछ ही समय बाद फिर दोनों का मेलजोल होने लगा. इससे विश्वनाथ परेशान हो गया और उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया. मामले में पुलिस ने विश्वनाथ की पत्नी व अल्ताफ की बातचीत की रिकॉर्डिंग व सीडी भी बरामद की है. घटना के बाद से ही जिम ट्रेनर अल्ताफ फरार था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
स्वयं को बड़ा ट्रेनर बताने वाले अल्ताफ ने अपना एक अन्य नाम आर्यन भी रख रखा था. वह दाढ़ी के साथ फिल्मी डॉन जैसी चोटी भी रखता है. जिस कारण युवतियां व महिलाएं उसे हिन्दू ही समझती थीं. एक बार उसके वश में आने के बाद बाहर नहीं निकल पाती थीं, युवतियों के नंबर कोड वर्ड में सेव करता था. पुलिस के अनुसार अल्ताफ के मोबाइल में बड़ी संख्या में युवतियों व महिलाओं के नंबर मिले हैं, वह सभी से व्हाट्सएप पर चैटिंग करता था. वह कोड वर्ड में बात करता था. जिससे युवतियों या महिलाओं के परिजनों को एकाएक संदेह नहीं हो. पुलिस अब अल्ताफ की पूरी कॉल डिटेल व रिकॉर्डिंग को खंगाल रही है.