गुवाहाटी. विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं का वर्ग सरस्वती विद्या मंदिर हाफलांग, असम में सम्पन्न हुआ. असम, अरूणाचल, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैण्ड से 46 पूर्णकालिक कार्यकर्ता और 5 प्रचारक वर्ग में उपस्थित रहे. वर्ग के समापन भाषण में विद्या भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र शर्मा जी ने कहा कि विद्या भारती शिक्षा के माध्यम से इस देश को जग सिरमौर बनाने हेतु कार्य कर रही है. पूर्णकालिक कार्यकर्ता अभाव में रहते हुए भी कार्य के द्वारा प्रभाव समाज में ला रहे हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन ठीक प्रकार से सही समय पर संपन्न हो, इसके लिए कार्यकर्ताओं से चर्चा की.
विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं का वर्ग असम के डिमा हसाओ जिले में स्थित सरस्वती विद्या मंदिर हाफलाँग में 28 फरवरी से 2 मार्च तक संपन्न हुआ. वर्ग में जिला केन्द्र विद्यालयों के सशक्तिकरण, राष्ट्रीय शिक्षा शिक्षा नीति, पूर्व छात्र परिषद, मानक परिषद, शिशु वाटिका, संस्कृति बोध परियोजना, प्रचार विभाग, आदि महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर योजना बनाई गई.
सरस्वती शिशु मंदिर योजना के जनक कृष्णचंद्र गांधी जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित वर्ग में कृष्णचंद्र गांधी फाउंडेशन द्वारा शिक्षा क्षेत्र में 25 वर्षों से अनवरत जीवन समर्पित करने वाले कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया. राम प्रकाश शर्मा, वशिष्ठराम डेका, देवदास सिन्हा, प्रकाश चक्रवर्ती, मोनतुइंग जेमी को प्रशस्ति पत्र व 25-25 हजार रुपये का चैक सम्मान स्वरूप भेंट किया गया. विशेष रूप से डिमा हसाओ जिला स्वायत्तशासी परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य देबोलाल गोरलोसा को शिक्षा हेतु विशेष सहयोग प्रदान करने के लिए विद्या भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र शर्मा जी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. विद्या भारती के अखिल भारतीय मंत्री ब्रह्माजी राव, विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के सह संगठन मंत्री डॉ. पवन तिवारी जी का मार्गदर्शन कार्यकर्ताओं को प्राप्त हुआ.