मथुरा. उत्तर प्रदेश पुलिस ने लालच देकर मतांतरण करने वाले मिशनरी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. समाज के गरीब, जरूरतमंद और भोले-भाले लोग मिशनरी के निशाने पर थे, जिन्हें मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य का लालच देकर गुमराह करने की कोशिश की जा रही थी. छापेमारी में मिशनरी से जुड़े पांच लोगों गिरफ्तार किया गया है, जिनमें रैकेट का सरगना गुरुग्राम निवासी सैनसान सैमुअल भी शामिल है.
पुलिस के अनुसार, जबरन मतांतरण की सूचना पर मथुरा में थाना हाइवे क्षेत्र की इंद्रपुरी कालोनी में स्थित मकान में छापा मारा गया. हिन्दू संगठनों को सूचनाएं मिल रही थीं कि मिशनरी एजेंट गरीब हिन्दुओं को लालच देकर उनका मतांतरण करने का षड्यंत्र रच रहे हैं. प्रचार की आड़ में 50 से अधिक लोगों को मकान में जुटाया गया था. कार्यक्रम को प्रार्थना सभा का नाम दिया गया था, लेकिन वहां असली खेल लोगों के मतांतरण का चल रहा था.
हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस टीम ने मकान पर छापेमारी कर वहां से कई लोगों को हिरासत में लिया. पुलिस ने लालच देकर मतांतरण के मामले में तुलसी नगर निवासी राकेश की शिकायत पर मिशनरी से जुड़े गुरुग्राम निवासी सैनसान सैमुअल, अमर देव निवासी इंद्रपुरी, हाइवे मथुरा, सरगना विकास कुमार भोई निवासी दिल्ली, अजय सेल्वाराम निवासी दिल्ली आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है.
स्थानीय स्तर पर मिशनरी रैकेट के लिए कितने एजेंट काम कर रहे हैं, इस बारे में पुलिस जांच कर रही है. पकड़े गए सरगना विकास भोई व सैनसान सैमुअल सहित पांच लोगों को जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने मौके से ताइवानी नागरिक बुआज लियो को भी पकड़ा था. पूछताछ में उसकी मामले में कोई भूमिका सामने नहीं आई. जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया. बुआज लियो जुलाई 2025 तक के लिए बिजनेस वीज़ा पर भारत में है. वह एक कंपनी में मार्केट रिसर्चर के रूप में काम करता है. वह घूमने के उद्देश्य से मथुरा आया था. सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा ने मीडिया को बताया कि ईसाई मिशनरी से जुड़े पांच लोगों के खिलाफ मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य जैसा लालच देकर मतांतरण की कोशिश के मामले में केस दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.