नई दिल्ली. सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की पहल पर सूचना-प्रसारण मंत्रालय एवं पत्र सूचना कार्यालय ने स्वत: संज्ञान लेते हुए वर्ष 2020 और वर्ष 2021 में महामारी के कारण अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों के विवरणों को संकलित व एकत्रित किया था तथा पत्रकार कल्याण योजना के तहत उनके परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया.
आज केंद्र सरकार ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे की अध्यक्षता में पत्रकार कल्याण योजना समिति के एक प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की, जिसके तहत कोविड-19 के कारण अपनी जान गंवाने वाले 26 पत्रकारों के परिवारों में से प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये की वित्तीय राहत प्रदान की जाएगी. वित्त वर्ष 2020-21 में केंद्र सरकार ने कोविड के कारण अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों के 41 परिवारों को इस तरह की सहायता प्रदान की. पत्रकारों के कुल 67 परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने को मंजूरी दी गई है. समिति ने कोविड के कारण अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.
पत्र सूचना कार्यालय ने ऐसे कई पत्रकारों के परिवारों से संपर्क किया, जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपनी जान गंवा दी है और इसके साथ ही योजना एवं दावा संबंधी आवेदन दाखिल करने के बारे में परिवारों का मार्गदर्शन किया.
समिति ने हर सप्ताह जेडब्ल्यूएस की बैठकें आयोजित करने का भी निर्णय लिया, ताकि जेडब्ल्यूएस के तहत वित्तीय सहायता वाले आवेदनों को त्वरित मंजूरी दी जा सके.
जेडब्ल्यूएस की बैठक में जयदीप भटनागर, प्रधान महानिदेशक, पीआईबी, विक्रम सहाय, संयुक्त सचिव (आई एंड बी) सहित अन्य सदस्यों ने भी भाग लिया. समिति के पत्रकार प्रतिनिधि संतोष ठाकुर, अमित कुमार, सरजना शर्मा, उमेश्वर कुमार बैठक में उपस्थित थे.
पत्रकार और उनके परिवार पीआईबी की वेबसाइट https://accreditation.pib.gov.in/jws/default.aspx के माध्यम से पत्रकार कल्याण योजना (जेडब्ल्यूएस) के तहत सहायता पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं.