रायसेन (विसंकें). जिले के बेगमगंज में देर रात उपद्रवियों ने वाल्मीकि बस्ती पर हमला कर दिया. हमले में कई लोग गोलियों के छर्रे लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उपद्रवियों ने बस्ती पर न केवल पथराव किया, बल्कि पेट्रोल बम फैंक कर बड़ी जनहानि करने की कोशिश की.
मामला सोमवार रात की है, जहां बेगमगंज नगर की वाल्मीकि बस्ती पर कुछ जिहादी उपद्रवी तत्वों ने अचानक से हमला कर दिया. इस हमले में वाल्मीकि समाज के लगभग 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. जिनमें से 3 लोगों को भोपाल रेफर किया गया है. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा, पुलिस बल ने हवाई फायर कर उपद्रवियों को तितर-बितर कर स्थिति को नियंत्रण में लिया. उपद्रवी इतने आक्रमक थे कि पुलिस को उन्हें बस्ती से हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
पुलिस के अनुसार इन उपद्रवियों ने 12 बोर के देसी कट्टे से फायर किया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह हमला रात करीब 9:00 बजे किया गया था जो करीब 1 घंटे तक चलता रहा. घटना में घायल लोगों ने आरोप लगाया कि इस मामले की जानकारी तुरंत ही पुलिस को दे दी थी, लेकिन पुलिस लगभग 1 घंटे बाद पहुंची, जिससे हालात बिगड़ गए. घायल लोगों के अनुसार यह हमला पूरी तैयारी के साथ किया गया था, भीड़ के पथराव के कारण शाहपुर और हादईपुर की सड़क पत्थरों से पट गई, उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंककर वाल्मीकि समाज के कई घर जलाने की भी कोशिश की.
मौके पर उपस्थित वाल्मीकि समाज के लोगों ने बताया कि जब उपद्रवियों ने यह हमला किया, उस वक्त बस्ती के अधिकतर युवा किसी शादी समारोह में शामिल होने गए थे. जिसकी वजह से वह अचानक हुए हमले का बचाव नहीं कर सके.
दो दिन पूर्व भी हुआ था विवाद
एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने बताया कि बेगमगंज में 2 दिन पूर्व हादईपुर नगर पालिका के पीछे छोटे-छोटे बच्चों को लेकर विवाद हुआ था. लेकिन इसको एक समुदाय के लोगों ने बड़ा रूप दे दिया. दूसरे दिन फिर यह विवाद हुआ तथा सोमवार की रात्रि सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने एकत्रित होकर हमला बोल दिया.
देर रात घटना स्थल पर पहुंचे कलेक्टर व एसपी
मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जिला प्रशासन सकते में आ गया और देर रात पुलिस एसपी मोनिका शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा, कलेक्टर उमाशंकर भार्गव बेगमगंज पहुंचे और देर रात तक मौके पर डटे रहे. एसपी ने आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश जारी किए. पुलिस ने रात 3:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक 21 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. पुलिस ने आरोपियों पर धारा 307, 147, 148, 149 एवं एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है, पूछताछ के आधार पर सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा 10 आरोपी फरार हैं.
वाल्मीकि महापंचायत ने की रासुका लगाने की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही वाल्मीकि महापंचायत के पदाधिकारी पहुंचे. जिन्होंने घायलों को तुरंत उपचार दिलाने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. वाल्मीकि महापंचायत के पदाधिकारियों ने समाज की सुरक्षा के लिए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की एवं घायलों को आर्थिक सहयोग प्रदान करने की भी मांग की. महापंचायत के लोगों का कहना है कि जिन भी मुसलमानों के उस क्षेत्र में हथियारों के लाइसेंस हैं, उन सभी की परमिशन रद्द की जाए. जिनके पास अवैध हथियार पाए जाएं उन पर रासुका लगाया जाए.