मुंबई (विसंकें). सामाजिक कार्यकर्ता नितिन कांबले ने भोले-भाले मराठी और हिंदी भाषियों के धर्मांतरण के रैकेट के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. आरोप लगाया कि धर्मांतरण के लिए एक अवैध हॉल भी बनाया गया है, जिसकी सूचना और तथ्यों के साथ एल वार्ड मुंबई नगर निगम को भी दी गई है. पुलिस शिकायत पर जांच कर रही है और सहायक नगर आयुक्त महादेव शिंदे ने नवभारत टाइम्स संवाददाता को बताया कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता नितिन कांबले ने बताया कि खुद को पादरी बताने वाला चंदन विश्वकर्मा घाटकोपर पश्चिम के असलफा गांव में हिमाचल सोसायटी के वाल्मीकि नगर में रहता है. जिसने पहाड़ी पर तीन मंजिला इमारत बना ली है और अवैध रूप से पहाड़ी तोड़कर 50X50 फीट का हॉल (प्रार्थना गृह) भी बना लिया है.
चंदन विश्वकर्मा न्यू होप कम्युनिटी चर्च चलाता है. फेसबुक और सोशल मीडिया के जरिए बीमारी, खाने-पीने और पैसे का लालच दिखाकर लोगों को बरगलाया जाता है. फेसबुक और सोशल मीडिया पर आत्मा और परमात्मा से जुड़ने के 7 दिन के कोर्स के बहाने भोले-भाले लोगों की आस्था से खिलवाड़ करता है. भगवान की पूजा बंद करने के लिए कहकर लोगों का धीरे-धीरे ब्रेनवॉश किया जाता है. लोगों को प्रभावित किया जाता है कि यीशु ही एकमात्र जीवित परमेश्वर है. हर महीने की 9 तारीख को होने वाली इस 7 दिन की क्लास में बाइबल पढ़ाई जाती है.
वह बीमारी ठीक करने के बहाने उन्हें ईसाई बनाने का काम कर रहा है. कैंप इस हॉल में होता है. इस हॉल में पवित्र आत्मा सम्मेलन और 7 दिनों के जीवन परिवर्तन शिविर का आयोजन किया जाता है. बड़े पैमाने पर मराठी और हिंदी भाषियों के धर्मांतरण का काम चल रहा है.
पिछले साल 9 नवंबर से 16 नवंबर तक शिविर का आयोजन किया गया था, उस अवसर पर एक जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता नितिन कांबले ने 14 नवंबर को नगर निगम, 18 नवंबर को घाटकोपर पुलिस स्टेशन और 24 नवंबर को कलेक्टर कार्यालय को लिखित शिकायत दी.
करीब डेढ़ महीना बीत चुका है, लेकिन जांच अभी भी चल रही है. नितिन कांबले ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय डहाके से भी मुलाकात की और इस मामले को उनके संज्ञान में लाया है.