मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश सरकार में हिन्दुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद भी चरमपंथी रुकने को तैयार नहीं हैं. ताजा घटनाक्रम में एक अन्य मंदिर पर हमला किया गया है. चटगांव में लोकनाथ मंदिर पर मुस्लिम कट्टरपंथी भीड़ ने हमला कर दिया.
लोकनाथ मंदिर चटगांव के फिरंगीबाजार में स्थित है. इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने घटना का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें स्पष्ट तौर पर मुस्लिमों की उन्मादी भीड़ को देखा जा सकता है. मुस्लिम कट्टरपंथी खुलेआम सड़कों पर लाठी, डंडे और तलवार लेकर मंदिर पर पत्थरबाजी करते हुए देखे जा सकते हैं. इस्कॉन प्रवक्ता ने भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति सहित वैश्विक नेताओं से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है. साथ ही चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और कट्टरपंथियों द्वारा की जा रही हिंसा की आलोचना की. राधारमण दास ने कहा कि चिन्मय कृष्ण दास और सनातनी समुदाय नागरिक के रूप में सम्मान और न्याय के हकदार हैं.
इससे पहले भी 22 नवंबर को बांग्लादेश के उत्तर मगुरा में एक मुस्लिम कट्टरपंथी ने प्रसिद्ध काली मंदिर पर हमला कर दिया. उसने मूर्तियों को तोड़ दिया था. हालांकि, बाद में हिन्दुओं ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. इसी तरह 11 नवंबर को भी राजाबारी जिले के बलियाकांडी के अंतर्गत आने वाले चामाता गांव में हुमांयू ने मंदिर में घुसकर मूर्तियों में तोड़फोड़ की थी.
10 अक्तूबर 2024 को सतखिरा के श्यामनगर स्थित प्रसिद्ध काली मंदिर से स्वर्ण मुकुट को एक कट्टरपंथी ने चोरी कर लिया था. विशेष यह कि मुकुट भारत के प्रधानमंत्री ने 2021 में मां काली को समर्पित किया था. इसी प्रकार की एक अन्य घटना 21 अगस्त 2024 को बांग्लादेश के ही गाजीपुर उपजिला के कलियाकैर स्थित राधागोबिंद लोकनाथ नट मंदिर में भी 50 मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जमकर तोड़फोड़ की थी. उससे पहले चपैनवाबगंज जिले के शिबताला करमाकर स्थित हिन्दू मंदिर में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ और श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की थी.