नई दिल्ली. आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) से जुड़े मामले में एनआईए ने पंजाब और हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की. एनआईए की टीम ने पंजाब में 9 और हरियाणा में 1 स्थान पर छापेमारी की. खालिस्तान टाइगर फोर्स को फंडिंग, सीमार पार से हथियार, गोला-बारूद की तस्करी की साजिश में शामिल संदिग्ध लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई.
रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकी संगठन पंजाब और हरियाणा में बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था. जिसमें धमाकों से लेकर टारगेट किलिंग तक शामिल है. NIA को पता चला कि कई स्थानीय लोग उनके लिए फंड्स जुटा रहे हैं, वहीं कुछ खासकर पाकिस्तान से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में मदद कर रहे हैं.
NIA की टीम ने पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में खिलौना बेचने वाले के ठिकाने पर छापेमारी की, टीम ने अबोहर रोड बाइपास पर रहने वाले व्यक्ति से काफी देर तक पूछताछ की. पूछताछ के लिए उसे चंडीगढ़ बुलाया गया है.
इसके अलावा फिरोजपुर के तलवंडी भाई क्षेत्र में भी छापा मारा, यहां से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. उनसे KTF की फंडिंग और हथियार तस्करी की साजिश में शामिल होने को लेकर पूछताछ की जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाणा के कैथल में दवा कारोबारी भाईयों के घर पर छापेमारी की. गांव चूहड़माजरा में छापेमारी 4 घंटे चली. टीम के पास जानकारी थी कि इनके बैंक खातों में असामान्य ट्रांजेक्शन हुए हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 महीने पहले KTF को आतंकी संगठन घोषित किया था. ”खालिस्तान टाइगर फोर्स कट्टरपंथी संगठन है. जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है. पंजाब में टारगेट किलिंग के पीछे भी इस संगठन का हाथ है. मंत्रालय का कहना है कि ये संगठन भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देता है”.
खालिस्तान टाइगर फोर्स का सरगना हरदीप सिंह निज्जर है. वह कनाडा में बैठकर संगठन को ऑपरेट कर रहा है. सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था. इसके बाद निज्जर की जालंधर के भरसिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थी.