नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ NIA की कार्रवाई लगातार जारी है. पाकिस्तान समर्थित आतंकी साजिश मामले में एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के 7 जिलों में 15 ठिकानों पर छापेमारी की. NIA ने पुंछ, राजौरी सहित प्रदेश के 15 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की. टीमों ने तड़के सुबह जम्मू संभाग के पुंछ, राजौरी और कश्मीर घाटी के श्रीनगर, अनंतनाग, कुपवाड़ा, शोपियां, बडगाम में 15 जगहों पर पुलिस और CRPF की टीमों के साथ दस्तक दी. आतंकवाद से संबंधित मामले में इन जगहों पर कार्रवाई की गई है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, छापेमारी से सम्बन्धित विषय में अधिकारियों ने कहा कि विभिन्न छद्म नामों से संचालित आतंकी समूहों द्वारा अपने पाकिस्तानी कमांडरों/संचालकों के इशारे पर रची आपराधिक साजिश से संबंधित मामले में यह छापेमारी की जा रही है. यह छापेमारी विशेष रूप से आतंकी संगठन “द रेसिस्टेंस फ्रंट” (TRF), “यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू-कश्मीर”, मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद” (एमजीएच), “जम्मू और कश्मीर स्वतंत्रता सेनानी” (जेकेएफएफ), कश्मीर टाइगर्स, “पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट” (पीएएएफ) अन्य छद्म नामों के तहत काम कर रहे विभिन्न आतंकवादी संगठनों के सहयोगियों और शाखाओं से जुड़े कैडरों और हाइब्रिड ओवरग्राउंड वर्कर्स के परिसरों में तलाशी ली जा रही है.
कुलगाम जिले में NIA की टीम ने रामपोरा कियामोह स्थित नबी शेख के बेटे रऊफ अहमद शेख के आवास पर छापेमारी की. अनंतनाग में एक अलग ऑपरेशन में एनआईए की टीम ने बस स्टैंड खिराम में रहने वाले अब गफ़र हाजी के बेटे एचसी जेकेएपी मोहम्मद इकबाल हाजी के आवास पर छापा मारा.
इससे पहले 2 मई को भी जम्मू-कश्मीर के 6 जिलों के 12 लोकेशन पर छापेमारी की थी. 2 मई को जांच एजेंसी ने जम्मू कश्मीर के पीर पंजाल क्षेत्र, मध्य और दक्षिण कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली थी. जानकारी दी गई थी कि छापेमारी आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आपराधिक साजिश का पता लगाने के लिए टेरर नेटवर्क और अन्य मामलों पर एक बड़ी कार्रवाई का हिस्सा है.
NIA ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने के लिए स्थानीय युवाओं और ओवरग्राउंड वर्कर्स के साथ मिलकर आतंकी वारदातों को अंजाम देने की योजना आतंकवादी समूहों की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है.” साजिश में शामिल आतंकवादी संगठनों की पहचान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद, हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र और अल-कायदा सहित अन्य के रूप में की गई थी. NIA द्वारा प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि ये कार्यकर्ता और कैडर चिपचिपे बम या चुंबकीय बम, आईईडी, नकदी, नशीले पदार्थों और छोटे हथियारों के संग्रह और वितरण में शामिल थे.
NIA के अधिकारियों ने कहा, “इन हथियारों, बमों, नशीले पदार्थों आदि को पाकिस्तान स्थित आकाओं और अभियुक्त आतंकवादी संगठनों के कमांडरों द्वारा कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकवादियों के लिए ड्रोन का उपयोग करके भारतीय धरती पर धकेला जा रहा था.”
एनआईए ने पिछले साल 24 जून को जम्मू-कश्मीर में 14 स्थानों पर आतंकी साजिश मामले में इसी तरह की कई छापेमारी की थी. श्रीनगर, बारामूला, पुलवामा, अनंतनाग बडगाम और कठुआ जिलों में तब की गई खोजों से आपत्तिजनक सामग्री और डिजिटल उपकरण जब्त किए थे.