जबलपुर.
मड़ई स्थित क्षेत्र में गायत्री मंदिर की भूमि पर मस्जिद निर्माण का मामला एक बार फिर गरमाया हुआ है. खसरा नंबर 169, मंदिर की भूमि पर मस्जिद बनाने को लेकर चल रहे प्रकरण में हिन्दू संगठनों ने 26 सितम्बर को विरोध प्रदर्शन किया. संगठनों का कहना है कि मंदिर की भूमि पर मस्जिद का निर्माण अवैध है, इसके विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए. लोगों ने मस्जिद पर बुलडोजर चलाने की माँग की तथा 10 दिनों में कार्रवाई न होने पर कारसेवा करने की घोषणा की.
गायत्री मंदिर की भूमि को लेकर दोबारा विवाद तब शुरू हुआ, जब भूमि पर मस्जिद के विस्तार का कार्य शुरू कर दिया गया. यह भूमि गायत्री मंदिर ट्रस्ट के अंतर्गत आती है और हिन्दू संगठनों का कहना है कि धार्मिक महत्व के चलते इस पर किसी भी अन्य धार्मिक संरचना का निर्माण करना अवैध है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम समुदाय ने जिस भूमि पर मस्जिद बनायी है, वह रिकॉर्ड में गायत्री मंदिर के नाम पर रजिस्टर्ड है. विश्व हिन्दू परिषद मस्जिद निर्माण को लैंड जिहाद बताते हुए 3 वर्ष से कानूनी लड़ाई लड़ रहा है. अब मस्जिद का आकार और बड़ा किए जाने के कारण सुमित सिंह ठाकुर ने प्रशासन से इस पर तुरंत रोक लगाने की माँग की. उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 से स्टे है.
मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद में भीड़ बढ़ने के कारण कुछ निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, जिसे विवाद का कारण बनाया जा रहा है.
हिन्दू संगठनों का विरोध
हिन्दू संगठनों ने जबलपुर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप किया जाए और मस्जिद का निर्माण रोका जाए. संगठनों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे कारसेवा करेंगे, जो अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के समय की तरह का कदम होगा.
प्रशासन ने मामले में शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा कि कानूनी जांच के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा. अभी तक, किसी प्रकार की हिंसा की जानकारी नहीं है, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
अभी इस मामले पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, और स्थिति की निगरानी की जा रही है.