भोपाल. देश के विभिन्न जनजाति बहुल क्षेत्रों में ईसाई मिशनरी जनजाति समाज के मतांतरण का षड्यंत्र रच रहे हैं. लेकिन, अब जनजाति समाज इनके षड्यंत्रों के प्रति जागरूक हो रहा है, साथ ही इन षड्यंत्रों का मुखर होकर विरोध भी कर रहा है.
ऐसी ही एक घटना मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से सामने आई है. जिले के जनजाति बाहुल्य क्षेत्र जुन्नारदेव बाराचोमरी गांव में स्थानीय लोगों का मतांतरण करवाने के इरादे से पहुंचे मिशनरियों को ग्रामीणों ने गांव से बाहर निकाल दिया. जानकारी के अनुसार, गांव में मिशनरी के कुछ सदस्यों द्वारा स्थानीय जनजातियों को बहला-फुसलाकर अपनी संस्कृति से विमुख करने का षड्यंत्र किया जा रहा है.
स्थानीय ग्रामीण में से मिली जानकारी के अनुसार जब गांव में जनजाति संस्कृति के अनुसार पारंपरिक पूजा पाठ चल रही थी. इस दौरान बाहर गांव में ईसाई मिशनरी से जुड़े कुछ लोगों ने इसका विरोध किया, बल्कि उस पर टिप्पणी भी की. ईसाई मिशनरी से जुड़े सदस्यों द्वारा संस्कृति का अपमान देख गांव वासी आक्रोशित हो गए. इसके बाद ईसाई समुदाय के लोगों ने ग्रामीणों पर दबाव बनाने के लिए दमुआ क्षेत्र से कुछ अन्य ईसाई पदाधिकारियों को बुला लिया.
जिससे ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया. और ईसाई मिशनरियों को गांव में विरोध का सामना करना पड़ा और ग्रामवासियों ने एकजुट होकर ईसाई मिशनरी के सदस्यों को गांव से बाहर निकाल दिया.
स्थानीय ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ईसाई मिशनरी के सदस्य साप्ताहिक बैठक के माध्यम से बीमारी ठीक करने के बहाने स्थानीय निवासियों को उनकी संस्कृति से विमुख करने का प्रयास कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जिले के जनजाति बहुल क्षेत्रों में मिशनरियों द्वारा जनजाति नागरिकों को उनकी संस्कृति और धर्म से अलग करने का षड्यंत्र चल रहा है.
उधर, धार जिले के कुक्षी क्षेत्र में बाग रोड स्थित पुनर्वास में एक घर के अंदर ग्रामीणों को एकत्रित करके मतांतरण का कार्य किया जा रहा था. जानकारी मिलने पर क्षेत्र के जनजाति विकास मंच के पदाधिकारियों ने तत्काल घर में पहुंचकर जानकारी जुटाई.
घर के अंदर एक व्यक्ति चार लोगों को कमरे में बैठा कर एक किताब के माध्यम से बीमारियां ठीक करने और रुपयों का प्रलोभन देकर मतांतरण करने का उपदेश दे रहा था. यह देख स्थानीय नागरिकों ने रोष प्रकट किया.
जनजाति विकास मंच के पदाधिकारियों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले किया, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को पुलिस के हवाले करने के लिए बड़ी संख्या में थाने पहुंचे थे.
स्थानीय लोगों के अनुसार, आरोपी ईसाई मिशनरी सदस्य क्षेत्र के ग्रामीणों को धर्म के नाम पर काफी समय से बहला फुसला रहा था. शिकायतकर्ता ने पुलिस में मामला दर्ज करवाते हुए कहा कि आरोपी ने अपने घर पर एक किताब रखी थी और तीन ग्रामीणों को आस पास बैठा कर उनका मतांतरण करवा रहा था.
पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ की तो गांव के लोगों ने बताया कि आरोपी ने बीमारी ठीक करने और नगद रुपये एवं अनाज उपलब्ध करवाने की बात कही थी. पुलिस का कहना है कि आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की जांच चल रही है.
इनपुट साभार – TheNarrativeWorld