प्रयागराज में जनवरी, 2025 में महाकुंभ होने वाला है. महाकुंभ के दौरान पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण को कम करने की दृष्टि से अनेक संगठन कार्यरत हैं. इनमें प्रमुख है – पर्यावरण संरक्षण गतिविधि. गतिविधि की ओर से हरित कुंभ का लक्ष्य लेकर ‘एक थैला, एक थाली अभियान’ चलाया है. महाकुंभ में पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे. इसके अंतर्गत कार्यकर्ता थैला और थाली एकत्रित कर रहे हैं, जिनका उपयोग कुंभ मेले में होगा.
अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संगठनों से संपर्क करने के साथ ही जनता को भी जागरूक किया जा रहा है. और थाली व थैले का संग्रहण किया जा रहा है. अभियान को विभिन्न संगठनों के साथ ही समाज का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है.
जयपुर में अभियान के शुभारंभ पर राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय और राजकीय खेतान पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के स्टाफ सदस्यों ने कपड़े के 100 थैले और थालियां एकत्रित कीं, जिन्हें प्रयागराज भेजा जाएगा.
गोविंददेवजी मंदिर में भक्तों ने भी अभियान में भाग लिया. मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी और सेवाधिकारी मानस गोस्वामी के नेतृत्व में ‘एक थाली, एक थैला’ अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया गया. मंदिर प्रबंधन ने भक्तों से आग्रह किया कि वे अपनी श्रद्धानुसार थालियां और थैले दान करें. जागरूकता के लिए मंदिर परिसर और अन्य संबद्ध मंदिरों में बैनर और होर्डिंग भी लगाए जा रहे हैं.
मेरठ में रविवार को आईएमए सभागार में भक्तिमय माहौल रहा. शहर के प्रमुख चिकित्सक हरे रामा, हरे कृष्णा का जाप कर रहे थे. चिकित्सकों ने गीता जयंती पर्व मनाया. आईएमए ने एक अभियान भी प्रारंभ किया. एक थाली, एक थैला, महाकुंभ ना हो मैला. अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से स्टील की 10 हज़ार थाली कुंभ के लिए डोनेट करने का संकल्प लिया.
इसके अंतर्गत चित्तौड़गढ़ के किराना व्यापार संघ ने पर्यावरण गतिविधि के कार्यकर्ताओं को 101 थैले और थालियां भेंट कीं. कुंभ पर्यावरण-युक्त तथा प्लास्टिक-मुक्त हो, इसके लिए व्यापार संघ कार्य कर रहा है.
किराना व्यापार संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश लड्ढा ने समाज तथा व्यापारियों से अपील की कि जब भी कुंभ में जाएं पर्यावरण का ध्यान रखें. पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक धर्मपाल गोयल ने कहा कि आज प्लास्टिक गंगा माता, गो माता और धरती माता के लिए एक बड़ा संकट खड़ा कर रहा है.
इसी क्रम में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल अलीगढ़ के जिलाधिकारी विशाख जी से मिला और उन्हें अभियान की जानकारी दी. जिलाधिकारी ने बात को ध्यान से सुना और अपनी ओर से भी थाली और थैला भेंट कर अभियान का शुभारंभ किया.
हमारी संस्कृति विश्व को सुख और शांति देने वाली है. ऐसे में घर-घर से थाली और थैला यदि महाकुंभ में भेजा जाएगा तो मेले में पॉलिथिन और अन्य कचरा नहीं होगा. गतिविधि का यह अभियान मानव कल्याण में बड़ी भूमिका का निर्वहन करेगा.
एक दम सही है दर्शन के साथ साथ सफाई का भी ध्यान देना चाहिए और करना चाहिए. उसे दुगना पुण्य मिलेगा.