12 जनवरी, 2023 से 12 जनवरी, 2024
संपूर्ण विश्व ग्लोबल वार्मिंग और उसके कारण पर्यावरण में हो रहे भयंकर बदलाव से भयभीत है. मानव जीवन वायु पानी और अन्न पर पूरी तरह से निर्भर है. जिसमें वायु (ऑक्सीजन) के बिना तो जीवन की कल्पना प्रतिपल की है, अर्थात मनुष्य की श्वास–श्वास वायु से ही संभव है.
इस विषम और भयावह परिस्थिति में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा, वर्ष भर चलने वाला अभियान ‘एक पेड़ देश के नाम’ (जिसका प्रथम चरण मार्च माह तक पूर्ण करना है) अपने हाथों में लिया है. प्रथम चरण में बीजारोपण से वृक्षारोपण करना है. इसके लिए घर-घर नर्सरी बनाना है. प्रत्येक घर में कम से कम 10 बीजों का रोपण हो, ऐसा लक्ष्य पर्यावरण संरक्षण गतिविधि का है.
अभियान की विशेषता
- वृक्षारोपण नहीं, बीजारोपण पहले. फिर बीजारोपण से वृक्षारोपण करना है.
- यह गतिविधि घर के बाहर नहीं, अपने घर में ही संपादित करनी है.
- पौधे लगाने के लिए किसी भी प्रकार का खर्च नहीं करना है, अपने घर में पड़े, वेस्ट– जैसे तेल की कुप्पी, दूध की थैली और भी अन्य वेस्ट साधनों का प्रयोग करना है.
- अपना पंजीकरण ecomitram app पर कर सकते हैं… https://ecomitram.app/track_tree
एक पेड़ देश के नाम (बीजारोपण से वृक्षारोपण) अभियान का उद्देश्य
- व्यक्ति के मन में बीजारोपण, 2. घर घर में बीजारोपण, 3. समाज में बीजारोपण
घर-घर नर्सरी, हर घर नर्सरी – सभी घरों में 10 बीजों का रोपण करवाना. पैसा खर्च नहीं करना – बीज की व्यवस्था स्वयं को करनी.
Kerala on this path
Yes I will
नर सेवा नारायण सेवा सबसे बड़ा धर्म
यही सनातन संस्कृति है
We have planted so many plants and trees in our houses already .
I follow all rules home is harit ghar
In this period I sowing the seeds in my home without any expenditure.
I motive other people’s also
Yes I will