नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आर्थिक अपराधी अधिनियम लाए जाने के बाद से पिछले चार वर्षों में आर्थिक अपराधियों और भगोड़ों से 1.8 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति बरामद की गई है, जबकि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) ने अपराधियों की 12 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति कुर्क करने में मदद की है.
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सीबीआई मुख्यालय में एक अलंकरण समारोह में जानकारी प्रदान की.
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हाल के वर्षों में, खासकर अक्टूबर 2022 में भारत द्वारा 90वीं इंटरपोल महासभा की मेजबानी के बाद अपराधियों और भगोड़ों के प्रत्यर्पण में भारी वृद्धि हुई है. यद्यपि इस वर्ष अब तक 19 अपराधी/भगोड़े भारत लौटे हैं, 2022 में 27 और 2021 में 18 अपराधियों/भगोड़ों के भारत लौटने सहित पिछले वर्षों में औसतन लगभग 10 अपराधी/भगोड़े लौटकर आए हैं.
भारत में अपराधियों/भगोड़ों की वापसी में उल्लेखनीय वृद्धि अक्टूबर 2022 में दिल्ली में आयोजित 90वीं इंटरपोल महासभा के पश्चात भारत और अन्य देशों की पुलिस के बीच सहयोग बढ़ने का परिणाम है.
2018 में आर्थिक अपराधी अधिनियम के अधिनियमन का उल्लेख करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार आर्थिक अपराधियों पर सशक्त कार्रवाई कर रही है.
डॉ. सिंह ने इस बात पर प्रसन्नता प्रकट की कि 2023 सीबीआई का हीरक जयंती वर्ष है और अपने 60 वर्ष के अस्तित्व में सीबीआई भारत की प्रमुख जांच और भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी के रूप में उभरी है तथा रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार से लेकर राज्यों और संवैधानिक न्यायालयों द्वारा सौंपे गए सनसनीखेज और जटिल मामलों, आर्थिक अपराधों और बैंकिंग धोखाधड़ी की जांच के लिए आंतरिक रूप से एक सक्षम संगठन के रूप में विकसित हुई है.
लोगों का विश्वास जीतना किसी भी संगठन के लिए अग्नि परीक्षा के समान होता है. सीबीआई ने जनता का विश्वास हासिल किया है.
डॉ. जितेंद्र सिंह ने सीबीआई अधिकारियों को पुलिस पदक प्रदान किए और पुरस्कार विजेताओं और उनके परिजनों को बधाई दी. उन्होंने सीबीआई और उसके अधिकारियों को शुभकामनाएं भी दीं.