अमृतसर. अमृतसर में विदेशी पिस्तौलों के साथ पकड़े गए आरोपी ने केएलएफ और बब्बर खालसा की साजिश को लेकर बड़ा खुलासा किया है. सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार आरोपी ने बताया कि भेजे गए हथियारों के जखीरे से जम्मू-कश्मीर को दहलाया जाना था. यह सारी साजिश पाकिस्तान से चल रहे खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स और बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने रची थी.
11 जून शुक्रवार को अमृतसर में पुलिस की खुफिया ब्रांच ने अवैध हथियारों का कारोबार करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. बटाला के पुलिया कलां के रहने वाले जगजीत सिंह उर्फ जग्गू नामक व्यक्ति से पुलिस ने 48 विदेशी पिस्तौल, 99 मैगजीन और दो सौ राउंड असलाह मिला.
पूछताछ के दौरान सुरक्षा एजेंसियों के हाथ अहम सुराग लगे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार जगजीत ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से चल रहे आतंकी संगठन KLF और BKI ने ही यह खेप भेजी थी. जगजीत सिंह अपने साथियों के साथ सड़क मार्ग से जम्मू-कश्मीर पहुंचाने वाला था, लेकिन पहले ही धरा गया.
अभी तक की जांच में सामने आ चुका है कि जगजीत की चार साल पहले अमेरिका में बैठे दमनजोत सिंह उर्फ दरमन काहलों के साथ मीटिंग हुई थी. इसके बाद काहलों ने उसे खालिस्तान मूवमेंट के साथ जोड़ लिया. जगजीत ने पुलिस हिरासत में स्वीकार किया है कि काहलों ने उसे टास्क दिया है कि वह अपनी तरह के बिना आपराधिक रिकॉर्ड वाले 15 युवकों के जोड़े, ताकि पंजाब में वह अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सकें.
पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारी पता लगाने में जुटे हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की तरफ से हथियारों का यह जखीरा किस किसान के खेत में रखा गया था. पुलिस ने जगजीत के PSPCL कर्मचारी पिता परमजीत सिंह से भी पूछताछ की है. साथ ही जगजीत के करीबियों को भी राउंडअप किया है. स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सैल उसके दुबई और पाकिस्तान कनेक्शन भी खंगाल रहा है. हालांकि पुलिस अभी उन दो आरोपियों का पता नहीं लगा सकी है, जो बॉर्डर से हथियारों की खेप लेकर जगजीत के पास कत्थूनंगल पहुंचे थे. दूसरी ओर इस मामले में पुलिस टीम ने जम्मू-कश्मीर में छापे मारे हैं. आने वाले दिनों में बॉर्डर बैल्ट से और भी गिरफ्तारियां होंगी.