नई दिल्ली. पेरिस पैरालंपिक के दूसरे दिन भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया. पेरिस में भारतीय खिलाड़ियों ने एक स्वर्ण सहित कुल चार पदक अपनी झोली में डाले.
‘वंडर गर्ल’ अवनि लेखरा पैरालंपिक में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं. उन्होंने पेरिस से पहले टोक्यो पैरालंपिक में भी महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (एसएच 1) स्पर्धा में गोल्ड जीता था. पेरिस पैरालंपिक में मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता. भारत के पैरालंपिक इतिहास में पहली बार दो निशानेबाजों ने एक ही इवेंट में पदक जीते हैं.
मनीष नरवाल पुरूषों की 10 मीटर एयर पिस्टल (एसएच 1) स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने से चूक गए और उन्हें सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा. वहीं, प्रीति पाल ने महिलाओं की टी35 वर्ग की 100 मीटर स्पर्धा में 14.21 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय से कांस्य पदक जीतकर पैरालंपिक की ट्रैक स्पर्धा में भारत को पहला एथलेटिक्स पदक दिलाया.
तीन साल पहले टोक्यो में गोल्ड जीतने वाली 22 वर्ष की अवनि ने 249.7 का स्कोर करके अपना ही 249.6 का पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त किया. वहीं शॉटपुट, पावरलिफ्टिंग और व्हीलचेयर वॉलीबॉल के बाद दो साल पहले निशानेबाजी में पदार्पण करने वाली मोना ने 228.7 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता.
जयपुर की रहने वाली अवनि पैरालम्पिक से पहले स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं. उनकी पित्त की थैली की सर्जरी हुई, जिसकी वजह से उन्हें डेढ महीने ब्रेक लेना पड़ा था. सर्जरी की वजह से उनका काफी वजन भी कम हुआ. लेकिन कठिनाइयों का सामना करते हुए उन्होंने पेरिस में भारत का परचम लहराया.
एसएच 1 वर्ग में वे खिलाड़ी होते हैं, जिनकी बाजुओं, कमर के निचले हिस्से, पैरों में विकृति होती है या उनकी बाजू नहीं होती है.