उदयपुर में कट्टरपंथियों ने कन्हैयालाल को तड़पाकर मारा. कन्हैयालाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर धारदार हथियार से वार के करीब 26 निशान मिले हैं. गर्दन पर भी सात से आठ जगह वार के निशान हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि नसों के काटे जाने और अधिक खून बहने से कन्हैयालाल की मौत हुई. आरोपियों ने कन्हैयालाल की रेकी भी की थी. सोशल मीडिया पर कन्हैयालाल का शिकायती पत्र वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने रेकी की भी शिकायत की है.
भाजपा नेता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि इस आतंकी हमले के लिए पूरी तरह से राजस्थान सरकार जिम्मेदार है. राजस्थान में लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. राज्य में आतंकवादी संगठन पनप रहे हैं और राज्य सरकार ने उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उकसाया है.
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि सवाल यह है कि क्या हमारे बच्चों को ईश-निंदा करने वालों का सर कलम करना पढ़ाया जा रहा है? मुस्लिम कानून कुरान से नहीं आया है, वह किसी इंसान ने लिखा है. जिसमें सर कलम करने का कानून है और यह कानून बच्चों को मदरसा में पढ़ाया जा रहा है.
उधर, विश्व हिन्दू परिषद ने राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े हिन्दू युवक की दुकान में घुस कर की गई नृसंश हत्या की कड़ी निंदा की है. विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने नूपुर शर्मा और नवीन के परिवारों को पूरी सुरक्षा देने की मांग भी सरकार से की.
आलोक कुमार ने कहा कि उदयपुर में हत्या के बाद वीडियो जारी कर अपराधियों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी दे कर देश की संप्रभुता को चुनौती दी है, उदारवाद, विचारों की स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता को चुनौती है, जिसे भारत की जनता, विश्व हिन्दू परिषद और केंद्र सरकार स्वीकार करेगी, इससे लड़ेगी और विजय प्राप्त करेगी.