करंट टॉपिक्स

अवैध रूप से मतांतरण करवाने वाले चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया

Spread the love

रायपुर. जशपुर क्षेत्र में जनजातीय समुदाय के लोगों को अवैध रूप से मतांतरित करने का मामला सामने आया है. जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र अंतर्गत पसिया गांव के जनजाति समुदाय के दिलीप नागवंशी के घर ‘चंगाई सभा’ का आयोजन कर गांव के लोगों को बरगला कर मतांतरण करवाने का प्रयास किया जा रहा था, इस संबंध में हरिराम नागवंशी ने पुलिस थाने में नामजद अपराध पंजीकृत करवाया है.

हरिराम की शिकायत के अनुसार सोमवार 20 दिसंबर को पास्टर सालमन तिग्गा, डिनो कुजूर, अरुण कुजूर एवं बसंत लकड़ा द्वारा दिलीप नागवंशी के घर पर चंगाई सभा का आयोजन किया गया था.

इस दौरान ग्रामीणों के एकत्रित होने के उपरांत पादरी अरुण कुजूर एवं बसंत लकड़ा द्वारा ग्रामीणों को हिन्दू धर्म त्याग कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया गया.

पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार, इस दौरान करीबन 50 की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. सभा में चारों आरोपियों द्वारा ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते हुए हिन्दू धर्म के विषय में अफवाहें फैलाने का प्रयास किया गया.

चारों द्वारा ईसाई धर्म अपनाने से बीमारियों से दूर रहने की बात कही गई, इसके अतिरिक्त इन चारों द्वारा प्रसाद के रूप में पवित्र जल ग्रहण करने से सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलने की बात कहकर बरगलाया.

अब पूरे प्रकरण पर हरिराम नागवंशी ने थाने जाकर प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करने का इरादा) एवं 34 (सामान्य मंशा) और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा (4) के तहत अपराध पंजीकृत कर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस की ओर से बताया गया है कि पसिया गांव के जनजाति समुदाय के लोगों की शिकायत के आधार पर छानबीन कर अवैध रूप से धर्म परिवर्तन करवाने के प्रकरण में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

छत्तीसगढ़ के जशपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में धर्मांतरित ईसाई निवास करते हैं. क्षेत्र के अंतर्गत वर्षों से योजनाबद्ध तरीके से धर्मांतरण की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है.

ईसाई मिशनरियों द्वारा क्षेत्र के भोले-भाले जनजाति समुदाय के लोगों को आर्थिक रूप से मदद करने, उपचार के दौरान सहायता करने, एवं प्रशासनिक सहायता करने के नाम पर बरगला कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता रहा है.

अभी हाल ही में जशपुर के राज परिवार से संबंध रखने वाले प्रबल सिंह जूदेव की अगुवाई में ईसाई मिशनरियों के कुकृत्य का शिकार हुए 1200 लोगों की घर वापसी कराई गई थी, इस दौरान घर वापसी करने वाले लोगों ने भी ईसाई मिशनरियों पर बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया था.

क्षेत्र में मतांतरण की निरंतर सूचनाएं आने के बावजूद प्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेती.

Leave a Reply

Your email address will not be published.