पटना (विसंकें). बिहार के किशनगंज पुलिस का दल एक बाइक छिनतई की तहकीकात करने पश्चिम बंगाल के ग्वालपाड़ा थानांतर्गत पंथापड़ा गांव गया था. यह क्षेत्र देश के सबसे संवेदनशील चिकेन नेक क्षेत्र में पड़ता है.
किशनगंज थाना घटना की सूचना पर 9 अप्रैल, 2021 को बंगाल में चिन्हित व्यक्ति के यहां पूछताछ करने गए थे. पूछताछ के क्रम में ही वहां के स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पुलिस बल पर हमला बोल दिया गया. इस हमले में किशनगंज थाना प्रभारी अश्विनी कुमार की मृत्यु हो गई. घटनास्थल पर पुलिस महानिरीक्षक, पूर्णिया और किशनगंज जिला पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष कैम्प किये हुए हैं.
मृतक पुलिस कर्मी के शव को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस लाइन लाया गया. यहां पहुंचने पर पूरे सम्मान के साथ बलिदानी पुलिस जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक निवास पुर्णिया भेजा गया. पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें मुख्य अभियुक्त फ़िरोज आलम, अबुजार आलम और सहिनुर खातून शामिल हैं.
कहा जा रहा है कि अपराधियों का सम्बन्ध पश्चिम बंगाल से जुड़ा था, इसलिए बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के संबंधित थाना को सूचना देकर छापेमारी की गई. थानेदार अश्विनी कुमार वाहन चोरी के एक मामले में पश्चिम बंगाल में छापेमारी के लिए गए थे. इस दौरान गांव में भीड़ ने अपराधियों को बचाने के लिए पुलिस पर हमला कर दिया और थानेदार की पीट-पीट कर हत्या कर दी.
इस दौरान पुलिस पर हमला हुआ और हमले में अश्विनी बुरी तरह घायल हो गए. उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया. जहां उनकी मौत हो गई. पश्चिम बंगाल पुलिस पर आरोप है कि उसने जांच में किसी प्रकार का कोई सहयोग नहीं किया.