जयपुर. राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं प्रतिनिधि मण्डल की द्वितीय अर्धवार्षिक बैठक रविवार को जयपुर में सम्पन्न हुई. समिति प्रमुख संचालिका शांता अक्का जी ने कहा कि आज हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष का महोत्सव मना रहे हैं, फिर भी हम “स्व”तन्त्र हुए हैं क्या? आज हम शासकीय दृष्टि से स्वतंत्र हुए हैं. परंतु विदेशी मानसिकता की परतंत्रता से बाहर नहीं निकल पा रहे. जिसके कारण आज अपने सामने अनेक सामाजिक प्रश्न खड़े हुए हैं. हम व्यक्तिगत एवं पारिवारिक प्रयासों से हिन्दू जीवन मूल्यों का संरक्षण करें. इन जीवन मूल्यों का रक्षण एवं अपने सामने आने वाले सभी सामाजिक प्रश्नों का उत्तर हम नियमित शाखाओं के माध्यम से ही दे सकते है.
बैठक के उद्घाटन सत्र में प्रमुख कार्यवाहिका सीता अन्नदानम ने देश के कार्य की स्थिति एवं कुछ सामाजिक प्रश्नों के बारे में प्रतिनिधियों को अवगत करवाया. सभी प्रतिनिधियों ने अपने प्रांतों के कार्यों का वृत्त प्रस्तुत किया.
बैठक के एक सत्र में आगामी प्रशिक्षण वर्गों के बारे में चिंतन हुआ और योजना बनाई गई. अन्य सत्र में महिला विषयों पर भी चर्चा हुई. चर्चा में ऐसी समस्याओं पर समिति की राय क्या रहेगी और समस्याओं का समाधान कैसे होगा इसका निर्णय लिया गया.
कार्य दृढ़ीकरण की दृष्टि से गटश: चर्चा के बाद आगामी वर्ष के लिए कार्य विस्तार की योजना बनाई गई. राष्ट्र सेविका समिति द्वारा संचालित संवर्धिनी न्यास की वेबसाइट का विमोचन प्रमुख संचालिका द्वारा हुआ. त्रि-दिवसीय बैठक शुक्रवार को प्रारम्भ हुई थी.