अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में कई लोगों ने खालिस्तान समर्थक नारे लगाए. प्रदर्शनकारी अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर लिए हुए थे. शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान भी नारे लगाने और स्वर्ण मंदिर परिसर में जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर दिखाने वाले लोगों में शामिल थे.
इसके बाद स्वर्ण मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसएस रंधावा सिंह ने कहा, ‘यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. बैरिकेडिंग की गई है. किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जा रही है’. भिंडरावाले कट्टरपंथी सिक्ख संगठन दमदमी टकसाल का प्रमुख था. जून 1984 में स्वर्ण मंदिर परिसर से उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना द्वारा शुरू किए ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान वह अपने हथियारबंद अनुयायियों के साथ मारा गया था.
6 जून 1984, वह दिन था जब पंजाब में जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में उग्रवाद को रोकने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर भारतीय सेना ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत स्वर्ण मंदिर में धावा बोला था. भिंडरावाले ने स्वर्ण मंदिर परिसर में भारी मात्रा में हथियार छिपा रखे थे. ऑपरेशन ब्लू स्टार की कड़ी आलोचना हुई थी. कुछ महीने बाद 31 अक्तूबर, 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके ही दो सिक्ख अंगरक्षकों ने नई दिल्ली स्थित आवास पर हत्या कर दी थी. बेअंत सिंह और सतवंत सिंह इंदिरा गांधी के अंगरक्षक थे.
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में बेअंत सिंह (इंदिरा गांधी के अंगरक्षकों में से एक) के बेटे सरबजीत सिंह खालसा ने 70,053 मतों के अंतर से फरीदकोट निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की है.