अयोध्या. राम सखा त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने शुक्रवार, (24.9.2021) सायंकाल 7.30 बजे लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल में उन्होंने अंतिम श्वांस ली. उन्होंने 1979 से विश्व हिन्दू परिषद के पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य प्रारम्भ किया था, और आपातकाल के पूर्व रायबरेली जिले के जिला प्रचारक रहे. विश्व हिन्दू परिषद के संगठनात्मक दायित्व से मुक्त करके जुलाई, 1992 में उन्हें अयोध्या भेजा गया था. तब से अयोध्या ही उनकी कर्मभूमि रही. 1992 के बाद श्रीराम जन्मभूमि के सिविल और अपराध दोनों ही प्रकार के मुकदमों की चिन्ता पैरोकार के रूप में करते थे. सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उच्च न्यायालय लखनऊ में भगवान का मुकदमा देखने के लिए उन्हें “राम सखा” नियुक्त किया गया था. वकीलों के बीच सदैव तालमेल बनाये रखते थे, भगवान के पक्ष में गवाहों को प्रस्तुत करने हेतु उन्होंने कड़ी मेहनत की. वर्ष 2017 में उन्हें चलने में कष्ट होने लगा था. तब दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उनके शरीर की जांच हुई थी, बाद में उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया, जांच में पता चला कि गर्दन और कमर दोनों ही अंगों की नसें दब रही हैं, ऑपरेशन ही विकल्प है. देश के योग्यतम सर्जन डॉ. काले ने उनका ऑपरेशन किया था. ऑपरेशन सफल रहा, वे चलने फिरने लगे थे.
5 अगस्त, 2020 को श्रीराम जन्मभूमि पर माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किए गए भूमि पूजन कार्यक्रम में भी वे उपस्थित रहे. मंदिर निर्माण कार्यस्थल पर भी अनेकों बार गए, परन्तु विगत 6 माह से उनका चलना-फिरना लगभग बन्द हो गया था, बार-बार इलाज के लिए लखनऊ जाना पड़ता था. उन्होंने स्वयं लखनऊ में अपने परिचित डॉ. विक्रम से बात की, 20 सितम्बर को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में भर्ती हुए, परन्तु विधि का विधान निश्चित है.
आपातकाल में वे मीसा बन्दी रहे (आन्तरिक सुरक्षा कानून के अन्तर्गत). उनकी आयु लगभग 77 वर्ष की थी. वे मूलतः बलिया जिले के दया-छपरा गांव के निवासी थे, उनकी सभी पुत्र-पुत्रियां विवाहित हैं. परमपिता परमेश्वर के श्रीचरणों में प्रार्थना है कि उन्हें परमगति प्रदान करे.
ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः.
पुत्र – अरविन्द पाण्डेय, अमित पाण्डेय
ग्राम- दया-छपरा, जिला-बलिया, (उ.प्र.)
सम्पर्क सूत्र – 9415039931, 9910634847