मेरठ. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित तीन दिवसीय व्याख्यान माला के दूसरे दिन मुख्य वक्ता तरुण विजय, व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया.
राम मंदिर से राष्ट्र का निर्माण विषय पर तरुण विजय ने कहा कि अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर भारत वर्ष की काया में नवीन स्फूर्ति, उत्साह, शक्ति, शौर्य का भाव उत्पन्न करेगा और आने वाली अनेकों शताब्दी तक भारत अपने पराक्रम द्वारा समूचे विश्व में जाना जाएगा. ये मंदिर भारतीय सभ्यता और संस्कृति के नवीन उत्कर्ष का प्रतीक है. विश्व के किसी भी धर्म एवं जाति समाज ने पाँच सौ वर्ष तक अपने आराध्य के मंदिर की पुनः प्राप्ति के लिए इतना अनवरत संघर्ष नहीं किया, जितना हिन्दू समाज ने किया एवं सफलता प्राप्त की. यही भाव लेकर श्री कृष्ण जन्मभूमि एवं काशी विश्वनाथ मंदिर को प्राप्त करने का मार्ग अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से प्रशस्त हो उठेगा.
उन्होंने कहा कि अगर भारत को समझना है तो पहले श्रीराम को समझना होगा जो भारत के कण-कण में विराजमान हैं. आज भारत विश्व की आर्थिक शक्ति बन रहा है, पूरा विश्व भारत की प्रगति से अचंभित है. आज भारत के सांस्कृतिक एवं धार्मिक केंद्रों पर जिस प्रकार भक्तिभाव के साथ लाखों करोड़ों लोग दर्शन करने जा रहे हैं, उससे करोड़ों रुपये का पर्यटन बढ़ रहा है जो भारत को आर्थिक शक्ति बनाने में योगदान दे रहा है. भारतीय मुस्लिमों ने सिर्फ़ अपनी आस्था ही तो बदली है, पूर्व में भारत में रहने वाले सभी मुस्लिमों के पूर्वज हिन्दू ही थे. लेकिन क्या आस्था बदलने पर किसी भी धर्म के देव आपके शत्रु हो गए, ऐसा नहीं होना चाहिए. भारत पुनः बिना हिंसा के अपने पूर्वजों के जन्मस्थानों को प्राप्त करेगा.
मंच संचालन राजन शर्मा, आभार महेश मित्तल ने व्यक्त किया.