बुधवार रात उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के नौरंगिया गांव में एक शादी के कार्यक्रम में कुंए की स्लैब ढह जाने से इस पर बैठी महिलाएं व बच्चे कुंए में जा गिरे. जिसमें 21 वर्षीय पूजा यादव भी थी. लेकिन उसकी जांबाजी से पांच लोगों की जान बच गई, इसमें दो बच्चे भी हैं. इसमें पूजा ने अपनी मां लीलावती को भी बचाया. इसके बाद अनूप, उपेंद्र एक-एक कर पांच लोगों को बचाया. छठे की जान बचाते वक्त वह स्वयं में डूब गई.
विवाह की रस्म में महिलाएं और बच्चियां कुएं को घेर कर खड़ी थीं. तभी कुएं के पास हादसा हुआ और देखते-देखते बच्चियां और महिलाएं कुएं में गिर गईं. घटना में 13 लोगों की मृत्यु हो गई. स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा पूजा यादव ने अपनी मां सहित पांच लोगों की जान बचाई. छठी बार जब वो कुएं में कूदी, तब स्वयं कुएं में डूब गई. वह सेना में भर्ती होना चाहती थी. पूजा के अदम्य साहस की हर ओर चर्चा हो रही है.
आस-पास के लोगों ने बताया कि पूजा सभी की जान बचाना चाहती थी. पांच लोगों की जान बचाने के बाद वो थक चुकी थी, मगर छठी बार भी कुएं में कूदी और इस बार स्वयं कुएं में डूब गई.
पूजा लखनऊ में रहकर सेना में भर्ती की तैयारी कर रही थी. वह तहसीलदार शाही महाविद्यालय में स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा थी. पूजा के पिता बलवंत यादव सेना में हवलदार के पद पर हैं और इस समय जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं.