भुवनेश्वर. उत्कल विपन्न सहायता समिति के सभागार में आयोजित समारोह में सेवागाथा वेबसाइट का 9वीं भाषा संस्करण का शुभारंभ हुआ. सेवागाथा का परिचय कराते हुए अखिल भारतीय सह संयोजक उदय सिंह ने बताया कि तीन कॉलम में सेवा की प्रेरणा देने वाली ऐसी कहानियां हैं, जिनसे समाज में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है. संघ के वरिष्ठ अधिकारियों के चिंतन से निसृत है सेवागाथा. अनेकों लोग ऐसी कहानियों से प्रेरणा लेकर सेवा कार्यों से जुड़े हैं.
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. संघमित्रा मिश्रा ने कहा कि सकारात्मक सोच के अभाव में ही युवा पीढ़ी के सामने समस्याएं आई हैं. घर में दादी-नानी प्रेरणा देने वाली कहानियों से जीवन चरित्र गढ़ते रहे हैं. एक बार फिर से सेवागाथा जैसे सकारात्मक ऊर्जा एवं प्रेरणा देने वाले प्लेटफार्म की महती आवश्यकता है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख पराग जी अभ्यंकर ने कहा कि संघ का सेवा के लिए प्रादर्श है कि आज जो सेवा लेने वाला है… सक्षम, आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी होकर आगे चलकर सेवा करने वाला बने. समाज के पीड़ित, उपेक्षित एवं अभावग्रस्त की सेवा करना हमारा कर्तव्य है. हम सेवा पुण्य के लिए नहीं, बल्कि कर्तव्य से प्रेरित होकर करते हैं. सेवागाथा मन के भावों को सेवा से जोड़ती है, प्रेरित करती है. सेवा के अवसरों से मिलवाती है. कर्तव्य भाव को जागृत करती है.
कई उदाहरणों से बताया कि सेवा से भारत स्वावलंबी हो रहा है. उन्होंने मानव सेवा से माधव सेवा के ध्येय वाक्य के साथ स्वावलंबी भारत, समृद्ध भारत के संकल्प से उपस्थित जनों को सेवा मार्ग का अनथक पथिक बनने के लिए प्रेरित किया.
सेवागाथा उड़िया संस्करण के विमोचन में अनेकों गणमान्य व्यक्ति, उत्कल विपन्न सेवा समिति के पदाधिकारी, संघ प्रेरित विविध संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे.