दो माह पहले पीड़िता के ससुर ने भी पत्नी को तलाक दे रचा ली थी दूसरी शादी
पानीपत (विसंकें). मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को तीन तलाक के भय से मुक्ति दिलवाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक के विरोध में कानून बनाया था ताकि मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को उत्पीड़न से मुक्ति मिल सके. लेकिन केंद्र सरकार द्वारा कानून बनाए जाने के बाद भी मुस्लिम समुदाय के लोग कानून का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं.
पानीपत शहर की हाली कॉलोनी में तीन तलाक का मामला सामने आया है. दहेज न लाने और लडक़ा पैदा न होने से खफा मुस्लिम पति ने पत्नी को पीटा और तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोल कर पत्नी को बंधक बना लिया. किला थाना पुलिस ने पति, सास और ससुर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. यहां एक खास बात यह है कि पीड़िता के ससुर ने भी दो माह पहले अपनी पत्नी को तलाक देकर दूसरी शादी की है.
हाली कॉलोनी के ताहिर की बेटी शबाना ने पुलिस को शिकायत दी कि 02 सितंबर 2018 को उसकी शादी हाली कॉलोनी के मोहम्मद इजहार के बेटे मोहम्मद अरबाज के साथ हुई थी. पति, ससुर और सास फरजाना उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे. वह गर्भवती हुई तो भूखा रखा और पीटा. पंचायत करने और 20 हजार रुपये लेने के बाद आरोपितों ने कुछ दिन तक ठीक रखा. बाद में प्रताड़ित करने लगे. 16 जून 2019 को उसने बेटी आयशा को जन्म दिया. पति और ससुर ने कहा कि उन्हें तो बेटा चाहिए था. पति फैक्ट्री में गाड़ी चलाता है. वह भी चार महीने फैक्ट्री में गई, जो भी कमाती थी पति और ससुर छीन लेते थे. उसके सुसर की पत्नी नाजिरका से छह बच्चे हैं. ससुर ने पहली पत्नी को तलाक देकर दो महीने पहले दूसरी शादी की है. 27 जून को पति अरबाज ने उसे तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोला और घर पर बंधक बनाकर रखा. उसके माता-पिता से बात नहीं करने दी. पति ने धमकी दी कि तलाक के बारे में किसी को बताया तो उसके भाई मोहम्मद आसिम को मार डालेगा. मायके वालों को झूठे केस में फंसवा देगा. उसका अपहरण करवा देगा. वह मौका मिलते ही बेटी आयशा के साथ भागकर मायके पहुंची और पुलिस को शिकायत दी.
किला थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि महिला डेस्क से शिकायत मिली थी. मामला दर्ज कर लिया है. जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.