करंट टॉपिक्स

डॉ. हेडगेवार ने पूंजीवादी व्यवस्था से होने वाले खतरों को भांप लिया था

प्रहलाद सबनानी सेवानिवृत्त उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक आज विश्व के समस्त देश अपनी अर्थव्यवस्था को पूंजीवाद के सिद्धांत के आधार पर चला रहे हैं....

भारत का वैभव और ब्रितानी लूट

बलबीर पुंज गत दिनों ब्रितानी समाचारपत्र 'द गार्जियन' ने भारत पर ब्रिटेन के शासन से जुड़े एक अभिलेख का खुलासा किया. इसमें उन घटनाओं का...

स्वाधीनता का अमृत महोत्सव – 1857 की क्रांति के प्रतिसाद

रवि कुमार 10 मई, 1857 को प्रारंभ हुआ स्वतंत्रता समर 1859 आते-आते समाप्त हो गया. क्या देशभक्ति का ज्वार मात्र दो वर्ष में ही भाटे...

विनाशपर्व – अंग्रेजों ने भारतीय वस्त्र उद्योग को तार – तार किया / २

प्रशांत पोळ अंग्रेजों ने तय करके भारतीय वस्त्र उद्योग को नष्ट किया. वे इस उद्योग की महत्ता और इसके कारण भारत के वैश्विक महत्व को...

विनाशपर्व – अंग्रेजों ने भारतीय वस्त्र उद्योग को तार-तार किया 

प्रशांत पोळ हजार - दो हजार वर्ष पहले, जब भारत विश्व व्यापार में सिरमौर था, तब उस व्यापार का एक बड़ा हिस्सा था - कपड़ा...

अंतिम भाग – मत चूको चौहान…

पद्मश्री महाराव रघुवीर सिंह मोहम्मद गौरी द्वारा आक्रमण करने पर, युद्ध में जाते समय चन्द्रवरदाई को एक महापुरुष के दर्शन हुए, जिन्हें राजकवि ने भगवान...

मंथन – भारत विरोधी शक्तियों के नए हथियार

बलबीर पुंज पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस, तृणमूल सहित कई स्वघोषित सेकुलरिस्ट अपने प्रचार में पुन: "लोकतंत्र-संविधान खतरे में है" जैसे जुमलों...

विनाशपर्व – अंग्रेजों ने नष्ट किया भारत का समृद्ध नौकायन उद्योग / २

प्रशांत पोळ रॉबर्ट बेरोन वोन हेन गेल्डर्न (१८८५-१९६८), इस लंबे चौड़े नाम वाले एक जाने-माने ऑस्ट्रियन एंथ्रोपोलॉजिस्ट हुए हैं. इनकी शिक्षा-दीक्षा विएना विश्वविद्यालय में हुई....

लाखों क्रांतिकारियों के बलिदान का जिक्र तक नहीं

रमेश शर्मा पूरी दुनिया में भारत का अतीत विशिष्ट है. शोध अनुसंधान और सांस्कृतिक विरासत में ही नहीं, अपितु आक्रांताओं के अत्याचार, दासत्व की लंबी अवधि...

अंग्रेजों का भारत में प्रवेश

प्रशांत पोळ ईस्ट इंडिया कंपनी - २४ सितंबर, १५९९ को शुक्रवार था. इस दिन, लंदन के फाउंडर्स हॉल में, इंग्लैंड के ८० व्यापारी इकट्ठा हुए...