करंट टॉपिक्स

पर्व एक, नाम अनेक

रंगों का पर्व होली देश के विभिन्न अंचलों में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। इसके नाम भी अलग-अलग हैं। प्राचीन संस्कृत साहित्य में होली...

भारतीय ज्ञान का खजाना – उन्नत खेती का अविष्कारक ‘भारत’ / 1

प्रशांत पोळ पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम भाग में उस देश का सबसे बड़ा प्रदेश है, बलुचिस्तान। 14 अगस्त, 1947 को जब पाकिस्तान का निर्माण हुआ, तब...

भारत की समस्त जनजातियां ऋषियों की संतानें हैं

भारतीय वैदिक चिंतन और विज्ञान का अनुसंधान आपस में मेल खाते हैं, यदि इन दोनों को आधार बनाकर विचार करें तो हम इस निष्कर्ष पर...

बहुसंख्यक समाज के धार्मिक हितों का भी समग्रता से ध्यान रखा जाए

लोकसभा चुनाव के समय से देखने में आ रहा है कि क्‍या पक्ष और क्‍या विपक्ष सर्वत्र संविधान की रक्षा की बहुत बात हो रही...

सनातन धर्म-संस्कृति के संवाहक

इन वनवासियों ने कभी विष्णु पुराण में 'उत्तरम यत समुदस्य' वाला श्लोक नहीं पढ़ा होगा, उन्होंने ऋग्वेद के हिरण्यगर्भ सूक्त को नहीं सुना होगा, उनके...

गूढ़ार्थ के पर्यायवाची – भगवान शिवशंकर

प्रशांत पोळ सृष्टि में असीम आनंद का वातावरण है. वसंत की उत्फुल्लता चहुं ओर दृष्टिगोचर हो रही है. ऋतुओं के संधिकाल का यह महापर्व अपने...

शब्द की शक्ति

हृदयनारायण दीक्षित शब्द की शक्ति असीम होती है. प्रत्येक शब्द के गर्भ में अर्थ होता है. अर्थ से भरा पूरा शब्द बहुत दूर दूर तक...

सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की कालजयी वीरांगना ‘झलकारी बाई’

ब्रिटिश शिविर में पहुँचने पर उसने चिल्लाकर कहा कि वो जनरल ह्यूरोज़ से मिलना चाहती है. ह्यूरोज़ और उसके सैनिक प्रसन्न थे कि न सिर्फ...

पर्व संस्कृति का द्वंद्वात्मक बाजारवाद

जयराम शुक्ल बाजार के ढंग निराले होते हैं. वह हमारी जिंदगी को भी अपने हिसाब से हांकता है. कभी कुछ लोग तय करते थे कि...

घर-घर में संस्कारक्षम वातावरण बनाने की आवश्यकता 

नर - नारी तत्वतः कोई भेद नहीं डॉ. किशन कछवाहा नारी की महत्ता का उल्लेख ऋग्वेद (4.14.30) में मिलता है. ऊषा के समान प्रकाशवती, हे...